अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ पहुंचे उत्तरकाशी, सिलक्यारा सुरंग में रेस्क्यू आपरेशन का लिया जायजा
उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के आपरेशन में अब अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ भी शामिल हो गए हैं। इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स उत्तरकाशी पहुंच चुके हैं और वे हालात का जायजा ले रहे हैं। रेस्क्यू आपरेशन को आगे बढ़ाने पर विशेषज्ञ राय देंगे।
चारधाम आलवेदर रोड परियोजना की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए केंद्र और उत्तराखंड सरकार सभी संभव प्रयास कर रही है। इसमें देश-विदेश के विशेषज्ञ और विभिन्न एजेंसियां भी सहयोग दे रही हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देशन में ये सभी एजेंसी और विशेषज्ञ अपने-अपने मोर्चों पर एक साथ बचाव अभियान में जुटे हुए हैं। इसके अलावा सुरंग में फंसे श्रमिकों का सकुशल रेस्क्यू कराने में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला आपदा प्रबंधन, जल विद्युत निगम, पुलिस, आइटीबीपी आदि भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
एसजेवीएनएल सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) की टीम 13 नवंबर को सिलक्यारा पहुंची। यह टीम एक मीटर व्यास वाली वर्टिकल सुरंग की खोदाई का कार्य करेगी। साथ ही श्रमिकों के लिए एक लाइफ लाइन सुरंग भी बनाएगी।
बीआरओ बीआरओ (बार्डर रोड आर्गनाइजेशन) 15 नंवबर को इस अभियान का हिस्सा बना। शनिवार को वर्टिकल ड्रिलिंग स्थल तक पहुंचने के लिए सड़क बनाने की जिम्मेदारी बीआरओ को सौंपी गई और 24 घंटे के अंतराल में उसने 1.3 किमी सड़क तैयार कर दी। बीआरओ के वरिष्ठ अधिकारी कर्नल आरएस राव वर्टिकल सुरंग बनाने में सहयोग करेंगे।
आरआइटीईएस रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनामिक सर्विसेज (आरआइटीईएस) की टीम 12 नंवबर को रेस्क्यू अभियान में शामिल हुई। यह टीम वर्टिकल और हारिजांटल ड्रिलिंग में सहयोग कर रही है।
ओएनजीसी खोज-बचाव अभियान में ओएनजीएसी को 16 नवंबर को शामिल किया गया। ओएनजीसी पोलगांव की ओर से करीब 450 मीटर हिस्से में हारिजांटल ड्रिलिंग का जिम्मा संभालेगा।
टीएचडीसी टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन लि.(टीएचडीसी) की टीम 12 नवंबर को रेस्क्यू अभियान में शामिल हुई। यह टीम बड़कोट छोर से माइक्रो टनलिंग का काम शुरू करेगी। इसके लिए भारी मशीनरी पहले ही जुटाई जा चुकी है।