Amit Bhatt, Dehradun: जिस देहरादून को कभी स्कूलों की राजधानी कहा जाता था, उसके मेट्रो शहरों की दौड़ में शामिल होते ही हाइटेक अपराध की जड़ें भी जमाई जाने लगी हैं। जिस तरह साइबर अपराधी पटेलनगर क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर चलाकर विदेशी नागरिकों को ठग रहे थे, वैसा ही कॉल सेंटर अब पुलिस ने वीआईपी राजपुर रोड पर पकड़ा है। यहां भी साइबर अपराधी विदेशी नागरिकों को शिकार बना रहे थे। साइबर ठग पहले विदेशी (अमेरिका) नागरिकों के सिस्टम में वायरस डाल रहे थे और फिर खुद को आइटी कंपनी का प्रतिनिधि बताकर वायरस हटाने के लिए सिस्टम का एक्सेस प्राप्त कर रहे थे। सिस्टम का कंट्रोल ठगों के हाथ में आते ही ठगी का खेल शुरू कर दिया जा रहा था। साइबर ठग सिस्टम बहाल करने के लिए विदेशी नागरिकों से 2500 से 3000 डालर की ठगी कर लेते थे। प्राथमिक जांच के बाद राजपुर थाना पुलिस ने 03 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार चल रहा है, जिसकी तलाश चल रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि राजपुर क्षेत्र में दून विहार गली नंबर-तीन के पास स्थित डेस्टिनी फिटनेस जिम के ऊपर वाले फ्लोर में अवैध रूप से इंटरनेशनल कॉल सेंटर संचालित हो रहा है। कॉल सेंटर के माध्यम से विदेशी नागरिकों से ठगी की जा रही थी। सूचना पर क्षेत्राधिकारी मसूरी अनुज कुमार व थानाध्यक्ष राजपुर पीडी भट्ट को तत्काल मौके पर भेजकर जांच के निर्देश जारी किए गए। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने 01 जुलाई की देर रात को कॉल सेंटर टेकिनियो बिजनेस साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड पर दबिश दी। वहां एक बडे हाल मे कुछ युवक व युवतियां लैपटॉप व कंप्यूटर पर बैठकर बात करते हुए देखे गए। युवक-युवतियां खुद को अंतरराष्ट्रीय साफ्टवेयर कंपनी का प्रतिनिधि बताकर विदेशी नागरिकों से उनके कंप्यूटर सिस्टम से वायरस व बग हटाकर उनके बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे।
कॉल सेंटर में कार्यरत युवक-युवतियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह सभी कॉल सेंटर के माध्यम से एंटीवायरस तकनीकी सपोर्ट के लिए विदेशी नागरिकों से उनका पूरा विवरण लेते हैं। एक साथी, जो विदेश में रहता है, वह विदेशी नागरिकों की सारी धनराशि निकाल लेता है। पुलिस ने सार्थक निवासी कालरी जम्मू थाना बलवल जम्मू वर्तमान निवासी कैनाल रोड देहरादून, खुशनूर निवासी संगम विहार नई दिल्ली और शाहरुख अली निवासी केदारवाला थाना सहसपुर को गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे करते हैं विदेशी नागरिकों से ठगी
पूछताछ में आरोपी सार्थक, शाहरुख व खुशनूर ने बताया कि वह विदेशी नागरिकों का डाटा खरीदकर उन्हें कंप्यूटर व लैपटॉप में समस्या आने संबंधी फोन करते हैं। समस्या को ठीक करने के एवज में उनके सिस्टम में अल्ट्रा व्यूवर का प्रयोग कर सिस्टम का एक्सेस प्राप्त कर लेते हैं। इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल कर गिफ्ट कार्ड तथा क्रिप्टो करेंसी में पेमेंट प्राप्त कर उनके साथ ठगी करते हैं। मौके से पुलिस टीम ने 36 लेपटाप, 05 मोबाइल फोन, ब्राडबेंड कनेक्शन बरामद किए। आरोपियों के विरुद्ध थाना राजपुर में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही फरार आरोपी करुणेश उर्फ करन की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
काल सेंटर नहीं करवाया था रजिस्ट्रेशन
पुलिस के अनुसार काल सेंटर पूरी तरह से फर्जी चल रहा था। आरोपियों ने बिल्डिंग मालिक से एक फ्लोर किराए पर लेकर अपना काम शुरू कर दिया। उन्होंने अपनी कंपनी को कहीं भी रजिस्टर्ड नहीं कराया था। फर्जी काल सेंटर में एक शिफ्ट में 22 युवक-युवतियां काम करते थे। पुलिस अब बिल्डिंग मालिक से भी पूछताछ करेगी, वहीं आरोपितों के खातों की भी जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि दून में इस तरह के और भी प्रकरण सामने आ सकते हैं।