Amit Bhatt, Dehradun: यारी है ईमान मेरा, यार मेरी जिंदगी जैसी कहानी अब सिर्फ फिल्मों में ही देखने को मिलती है। अचरज की बात है कि दो दोस्त पिकनिक मनाने टपकेश्वर क्षेत्र में बाजावाला नदी किनारे जाते हैं और इस दौरान एक दोस्त नदी में बह जाता है। उम्मीद के विपरीत दूसरा दोस्त उसे बचाने का प्रयास करना तो दूर चुपचाप घर आकर सो जाता है। घटना की जानकारी नदी में बहे युवक के परिजनों को तब मिलती है, जब वह रात 11 बजे उसके दोस्त को कॉल करते हैं। नदी में बह रहे युवक का वीडियो भी सामने आया है।
कैंट कोतवाली क्षेत्र स्थित आकाशदीप कालोनी निवासी रितेंद्र राणा उम्र 22 वर्ष कौलागढ़ स्थित एक होटल में कुक का काम करता था। शुक्रवार दोपहर बाद करीब 3.30 वह अपने दोस्त साहिल खान के साथ टपकेश्वर की तरफ घूमने के लिए चला गया। बताया जा रहा है कि वह बाजावाला नदी के किनारे बैठे थे। अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते रितेंद्र बह गया। सीसीटीवी फुटेज में उस जगह की वीडियो नहीं आई, जहां पर वह बैठे हुए थे, जबकि युवक के बहने की वीडियो नजर आ रही है। जिसमें दिख रहा है कि नदी में बहने के बाद भी रितेंद्र ने बचने की भरसक कोशिश की, लेकिन बहाव तेज होने के कारण वह बाहर नहीं निकल पाया।
घटना के बाद साहिल खान चुपचाप अपने घर आ गया। रात 11 बजे तक जब रितेंद्र घर नहीं पहुंचा तो उनके पिता भगवान दास ने साहिल को फोन किया, तब जाकर उसने बताया कि रितेंद्र बह गया है। रात को स्वजन उसकी तलाश में गए, लेकिन अंधेरा होने के चलते कोई पता नहीं चला। शनिवार सुबह एसडीआरएफ व कैंट कोतवाली पुलिस की टीम तलाश में जुटी तो रितेंद्र का शव कुछ ही दूरी पर पड़ा हुआ मिला। स्वजनों का आरोप है कि साहिल ने ही उसे धक्का दिया है। क्योंकि, जिस तरह से रितेंद्र नदी से बाहर आने को छटपटा रहा था, यदि समय रहते मदद मिल जाती तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।
पुलिस व स्वजनों को तुरंत क्यों नहीं दी रितेंद्र के बहने की सूचना, उठ रहे सवाल
स्वजनों का कहना है कि जब रितेंद्र नदी में बहा तो साहिल ने न उन्हें बताया और ना पुलिस को सूचना दी। यदि समय रहते रेस्क्यू आपरेशन चल जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। मृतक के पिता ने कहा कि साहिल घटना की सूचना देने के बजाए चुपचाप घर पर आकर सो गया। इससे आशंका है कि उसी ने ही रितेंद्र को धक्का दिया। हालांकि, उन्होंने यह भी कि यदि वह निर्दोष है तो उसे बिना बात सजा नहीं मिलनी चाहिए, लेकिन यदि उसने गुनाह किया है तो उसे जरूर सजा मिलनी चाहिए। वहीं, समाजसेवी मुकेश शर्मा ने कैंट कोतवाल के प्रभारी निरीक्षक से मांग की है कि मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए। क्योंकि घटना को लेकर जिस तरह से साहिल की गतिविधि थी, वह शक पैदा कर रही है।
धक्का दिया गया या नहीं, जांच में होगी पुष्टि, अभी कारण स्पष्ट नहीं
कैंट कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक केसी भट्ट ने बताया कि घटनास्थल के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। अब तक जो फुटेज हाथ लगी है, उसमें दोनों साथ जाते व रितेंद्र नदी में बहता दिख रहा है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रितेंद्र खुद डूबा या उसे धक्का दिया गया। प्राथमिक जांच में धक्का देने का कारण भी स्पष्ट नहीं हुआ है। मामले की जांच चल रही है। पोस्टमार्टम में भी शरीर में अत्याधिक पानी घुसने से मौत होना सामने आया है।
एसडीआरएफ की इस टीम ने किया शव बरामद
1 उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह
2 मुख्य आरक्षी सुशील कुमार
3 मुख्य आरक्षी मनोज जोशी
4 फायरमैन प्रवीण सिंह
5 फायरमैन रवि चौहान
7 होमगार्ड पवन असवाल
8 आरक्षी चालक प्रदीप रावत