छात्रा की शिकायत पर एसएसपी को नोटिस, 02 सितंबर तक मांगा जवाब
कांवड़ यात्रियों के यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने के बाद भी कार्रवाई न करने पर मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला
Amit Bhatt, Dehradun: कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ यात्रियों की मनमानी के आगे यातायात के नियम धरे रह गए। एक बाइक पर बिना हेलमेट तीन-तीन कांवड़ यात्री, रैश ड्राइविंग को पुलिस देख नहीं पाई और न ही तेज शोर करने वाले साइलेंसर की आवाज उनके कानों तक पहुंची। इसे यातायात नियमों का घोर उल्लंघन बताते हुए ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की मास कम्युनिकेशन की थर्ड इयर की छात्रा सृष्टि ने मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई। जिसका संज्ञान लेकर मानवाधिकार आयोग के सदस्य गिरधर सिंह धर्मशक्तू ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को नोटिस जारी कर रिपोर्ट तलब की है।
नेहरू कालोनी निवासी छात्रा सृष्टि निझावन की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया कि कांवड़ यात्रियों ने खुलेआम यातायात नियमों का उल्लंघन किया और यातायात पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही। यहां तक कि रैश ड्राइविंग और दुपहिया पर बिना हेलमेट तीन-तीन कांवड़ यात्रियों की सवारी के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। जबकि उसी दौरान यातायात पुलिस अन्य नागरिकों पर कार्रवाई करती नजर आई। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रियों ने न सिर्फ यातायात नियमों का उल्लंघन किया, बल्कि सड़क पर चलने वाले दूसरे व्यक्तियों के लिए भी खतरा पैदा किया। ऐसे में पुलिस से रिपोर्ट मंगाकर शीघ्र उचित कार्यवाही की जानी चाहिए।
मानवाधिकार आयोग के सदस्य गिरधर सिंह धर्मशक्तू ने शिकायत पर सुनवाई करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून को नोटिस जारी किया। जिसमें कहा गया कि आयोग के इस आदेश के क्रम में वांछित सूचना/रिपोर्ट 02 सितंबर 2024 तक उपलब्ध करा दें। साथ ही कहा गया कि आदेश के क्रम में अपेक्षा के अनुसार कार्रवाई न किए जाने की स्थिति में यथोचित आदेश पारित कर दिया जाएगा।