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Video: देहरादून-टिहरी की सीमा पर आपदा, रिजॉर्ट के पर्यटक फंसे, घंटों चला रेस्क्यू

सैकड़ों ग्रामीण और रिजॉर्ट में ठहरे पर्यटक फंसे, ग्रामीण नहीं मना पाए रक्षाबंधन

Amit Bhatt, Dehradun: बांदल घाटी में फिर आपदा कहर बन गई है। भारी बारिश मालदेवता क्षेत्र  से सटे इलाकों में आफत बन गई। लालपुल मोटर मार्ग धराशायी हो गया। जिससे आसपास के पांच गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से पूरी तरह टूट गया। इसके साथ ही क्षेत्र में स्थित रिजार्ट में ठहरे पर्यटक भी फंस गए। करीब 14 घंटे तक एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय नागरिक रेस्क्यू में जुटे रहे। आपदा के कारण सैकड़ों महिलाएं रक्षाबंधन मनाने अपने भाइयों के पास भी नहीं जा सकीं। नदी के उफान के कारण पूरे क्षेत्र में दहशत फैली हुई है।

मालदेवता समेत आसपास के क्षेत्र में रविवार देर रात मूसलाधार बारिश शुरू हुई, जो कि सुबह तक जारी रही। इस दौरान मालदेवता नदी में भीषण उफान आ गया। सुबह करीब छह बजे लालपुर मोटर मार्ग पूरी तरह ध्वस्त होकर पानी की बहाव में बह गया। इसके अलावा आसपास के पैदल मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया। ऐसे में सीतापुर, सरखेत, धौलागिरी, शाीलाकाटन और ताछला गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों का संपर्क मुख्य मार्ग से कट गया और लोग घरों में कैद हो गए। उक्त पांच गांवों की करीब 600 से अधिक आबादी प्रभावित है। इसके साथ ही क्षेत्र में स्थित चार रिजार्ट के भी 50 से अधिक पर्यटक फंसे रहे। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं और फंसे हुए पर्यटकों को रेस्क्यू किया। हालांकि, नदी के दूसरे छोर पर खड़ी पहाड़ियां होने के कारण पर्यटकों को निकालने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। रात करीब आठ बजे तक पर्यटकों को सुरक्षित मुख्य मार्ग तक पहुंचाया गया। हालांकि, कई पर्यटकों के वाहन रिजार्ट के बाहर खड़े होने के कारण उन्हें वहीं रुकना पड़ा। समाजसेवी केशव सिंह रावत ने बताया कि आपदा से क्षेत्र के कई गांव प्रभावित हुए हैं। क्षेत्र में हर बार मानसून में आसमान से आफत बरसती है। जिससे ग्रामीण दहशत में हैं। कुमाल्डा पुलिस चौकी ने एसडीआरएफ के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर लोगों को बचाया।


महिलाओं का रक्षाबंधन आपदा में बहा

सीतापुर निवासी सुनील रावत ने बताया कि रक्षाबंधन का त्यौहार होने के कारण गांव की महिलाओं को अन्यत्र गांवों और शहर में जाना था, लेकिन पुल और मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण वह गांव में ही कैद हो गईं। नदी में भीषण उफान होने के कारण नदी पार करना भी संभव नहीं है। इन दिनों पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण क्षेत्र में लगातार नुकसान हो रहा है और ग्रामीण दहशत के साये में जी रहे हैं।

सौंग नदी में फंसे श्रमिकों को बचाया

सोमवार सुबह रायपुर विधायक ने पुलिस को सूचना दी थानो रोड पर ग्राम दो सौ बीघा में ओएसिस स्कूल के पीछे नदी में दो व्यक्ति फंस गए हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और सौंग नदी में एक टापू पर फंसे श्रमिकों को फायर सर्विस की टीम के सहयोग से सुरक्षित निकाल लिया। निकाले गए श्रमिकों में चंपारण बिहार निवासी नीतीश कुमार और सारंग बिहार निवासी पिंकू यादव को बचाया। दोनों श्रमिक नदी किनारे बाढ़ सुरक्षा कार्य में जुटे थे, तभी नदी उफान पर आ गई और वह एक टापू पर फंस गए।

चंबा थाने की कुमाल्डा चौकी पुलिस बनी देवदूत

चंबा थाने के अंतर्गत चौकी कुमल्डा की पुलिस भी आपदा के दौरान देवदूत बनी। जंगल गदेरा रिजॉर्ट से शाम को करीब सवा चार बजे चौकी को सूचना प्राप्त हुई कि भारी बारिश के कारण रिसोर्ट के पास गधेरे में पानी बढने के कारण रिसोर्ट एवं ग्राम सीतापुर, ग्राम ग्वाड, ग्राम ताछला को जाने वाली रोड एंव पुल बह गया एवं रिसोर्ट में दो परिवार बच्चों सहित व कुछ ग्रामीण फंस गए हैं। इस सूचना पर चौकी प्रभारी फोर्स के साथ मौके के लिए रवाना हुए एवं एसडीआरएफ को भी सूचित किया गया। मौके पर पहुंचकर कुमाल्डा पुलिस एवं एसडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया, जिसमें पर्यटकों व ग्रामीणों को रेस्क्यू किया गया।

रेस्क्यू टीम में शामिल पुलिसकर्मी

उप निरीक्षक रामनरेश शर्मा चौकी प्रभारी कुमाल्डा

उप निरीक्षक धीरेंद्र नेगी

कांस्टेबल संजय बलूनी

कांस्टेबल भूपेन्द्र सिंह

कांस्टेबल अंकुर

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