दिवाली पर मानक से दुगना घुला सांसों में जहर, पर पहले से सुधरी हवा की सेहत
देहरादून में पिछली दिवाली की अपेक्षा कम रहा वायु प्रदूषण, कारगर रहा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का प्रयास
Amit Bhatt, Dehradun: दिवाली पर पटाखों के धूमधड़ाके के बीच वायु प्रदूषण का ग्राफ तेजी से ऊपर चढ़ जाता है। इस दिवाली भी दून में पटाखों का शोर आधी रात के बाद भी चौतरफा गूंजता रहा। इस कारण एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) मध्यम से बुरी स्थिति में जा पहुंचा। हवा पीएम-10 और पीएम-2.5 जैसे प्रदूषण कणों की मात्रा भी मानक से दुगनी हो गई। फिर भी हम राहत महसूस कर सकते हैं, क्योंकि वर्ष 2023 की दिवाली में देहरादून और ऋषिकेश में वायु प्रदूषण का ग्राफ बेहद बुरी स्थिति में जा पहुंचा था। यानि पिछली दिवाली की अपेक्षा वायु प्रदूषण में इस बार कमी देखने को मिली है।
उत्तराखंड पर्यवरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिवाली पर दून में घंटाघर, नेहरू कॉलोनी और ऋषिकेश के साथ ही नई टिहरी में भी वायु प्रदूषण की बारीकी से निगरानी की। दिवाली पर आतिशबाजी सामान्य बात है, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जनता को जागरूक करने का भी काम किया। अपील की गई कि आतिशबाजी से संयम बरता जाए। अधिक से अधिक ग्रीन पटाखे जलाए जाएं। इसके अलावा पानी का छिड़काव करने वाले ड्रोन की मदद भी ली गई। ताकि प्रदूषण कण हवा के माध्यम से सांसों में जहर घोलने की जगह जल्द जमीन में बैठ जाएं।
10 लीटर क्षमता के 04 ड्रोन से पानी का छिड़काव: पोखरियाल
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित पोखरियाल के अनुसार देहरादून में 03 और ऋषिकेश में 01 ड्रोन के माध्यम से पानी का छिड़काव किया गया। प्रत्येक ड्रोन से एक बार में 10 लीटर पानी का छिड़काव किया गया। निर्धारित अंतराल में रात से लेकर सुबह तक ड्रोन उड़ाए गए। यह रणनीति भी वायु प्रदूषण कम करने के काम आई।
पिछली और अबकी दीपावली में वायु प्रदूषण की स्थिति (एक्यूआइ में)
वर्ष, घंटाघर, नेहरू कालोनी, ऋषिकेश
2024, 288, 243, 173
2023, 333, 349, 196
2022, 252, 242, 236
2021, 348, 306, 257
2020, 317 (एक स्थल), 198
एक्यूआइ के मुताबिक हवा का हाल
शून्य से 50, अच्छा
51 से 100, संतोषजनक
101 से 200, मध्यम
201 से 300, बुरी
301 से 400 बहुत बुरी
401 व अधिक, अति गंभीर
पीएम 10 और 2.5 का यह रहा स्तर
स्थल, पीएम 10, पीएम 2.5
घंटाघर, 254.39, 116.50
नेहरू कॉलोनी, 179.99, 103
ऋषिकेश, 187, 82
टिहरी, 88, 56
नोट: पीएम की मात्रा माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर में है, पीएम 10 की अधिकतम सीमा 24 घंटे में 100 और पीएम 2.5 की 60 होनी चाहिए।