Amit Bhatt, Dehradun: हिंदू युवक से मिलने बदायूं से दून पहुंची मुस्लिम युवती को लेकर छिड़ा विवाद और तनाव का माहौल अब शांत हो गया है, लेकिन उस दौरान उन्माद में बोली गई बातें अब दूर तलक जा सकती हैं। क्योंकि, मानवाधिकार आयोग ने तनाव की स्थिति के बीच दिए गए उस बयान का संज्ञान लिया है, जिसमें देहरादून के एसएसपी को जिहादियों की कठपुतली बताया गया। प्रकरण में पुलिस महानिरीक्षक (गढ़वाल परिक्षेत्र) को नोटिस जारी कर जांच जांच कराने को कहा है।
मानवाधिकार एवं आरटीआइ कार्यकर्ता भूपेंद्र कुमार ने मानवाधिकार आयोग के समक्ष शिकायत दायर कर एसएसपी को जिहादियों की कठपुतली बताने वाले बयान पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि सितंबर माह में दून रेलवे स्टेशन पर हिंदू युवक से मिलने बदायूं से आई मुस्लिम युवती को लेकर तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी।
हिंदू बौर मुस्लिम समुदाय के तमाम लोग एक दूसरे के विरोध में खड़े हो गए थे। हिंदू समुदाय के व्यक्तियों ने हिंदू संगठन के नेता विकास वर्मा की गिरफ्तारी को लेकर घंटाघर पर जाम लगाकर भारी विरोध प्रदर्शन किया। उसी दौरान के व्यक्ति ने एसएसपी को जिहादियों की कठपुतली बताने वाला बयान जारी किया। जिसका वीडियो भी जमकर वायरल हुआ।
आयोग के समक्ष भी यह वीडियो रखा गया। प्रकरण पर सुनवाई करते हुए मानवाधिकार आयोग के सदस्य राम सिंह मीणा ने महानिरीक्षक को नोटिस जारी करते हुए किसी वरिष्ठ अधिकारी से जांच कराकर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। प्रकरण पर अगली सुनवाई अब 30 जनवरी 2025 को की जाएगी।