Amit Bhatt, Dehradun: इन दिनों पुलिस की अनोखी बस सेवा चर्चा का विषय बनी है। यह बस सेवा रात को दून की सड़कों पर निकलती है और शराबी वाहन चालकों को सकुशल सफर कराया जाता है। भले ही यात्रा हवालात की होती है और इस सफर के लिए किराया भी वसूल नहीं किया जाता है। दरअसल, ओएनजीसी चौक हादसे में 06 युवक युवतियों की दर्दनाक मौत के बाद से पुलिस सड़क किनारे कार में जाम छलकाने और शराब पीकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों की ‘सेवा’ में जुट गई है।
एसएसपी अजय सिंह ने शराब पीकर वाहन चलाने की प्रवृत्ति को तोड़ने के लिए सख्त अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के क्रम में शराबी वाहन चालकों पर शिकंजा कसने के लिए रायपुर थानाध्यक्ष प्रदीप नेगी अपने साथ बस लेकर निकलते हैं। इस बस में उन लोगों को बैठाया जाता है, जो शराब पीकर वाहन चलाते हैं या वाहन को ही बार बनाकर शराब के सेवन करते हैं।
अभियान के दौरान अब तक दून पुलिस ने सार्वजनिक स्थलों (जंगल में, सड़क किनारे, वाहनों में बैठकर) शराब पीने वालों तथा शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध बड़े स्तर पर कार्रवाई की है। इस दौरान खुले में शराब पीने वाले 2265 लोगों का चालान कर 08 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।
इसके अलावा शराब पीकर वाहन चलाने पर 508 व्यक्तियों को मौके से गिरफ्तार किया गया। सभी 508 वाहनों को सीज भी किया गया। इस दौरान थाना रायपुर पुलिस ने थानों की अपेक्षा सर्वाधिक कार्रवाई करते हुए खुले में शराब पीने वाले 1345 व्यक्तियों का चालान कर पौने पांच लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। शराब पीकर वाहन चलाने वाले 145 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर सभी 145 वाहनों को सीज किया गया।
रायपुर पुलिस के अलावा अन्य थानों की पुलिस कार्रवाई में पीछे
सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने व शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में रायपुर थाना पुलिस ने सबसे अलर्ट दिखी वहीं अन्य थानों की पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की है। हालांकि, वीकेंड पर सबसे अधिक लोग शराब पीते हुए रायपुर क्षेत्र में के मालदेवता, राजपुर क्षेत्र में में सहस्त्रधारा व राजपुर-मसूरी मार्ग पर दिखते हैं।
बढ़ रहे हादसों पर एसएसपी ने शुरू किया अभियान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रात के समय लोग सार्वजनिक स्थ्लों पर शराब पीकर वाहन चलाते हैं, जिसके कारण कई बार दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। पब व बार में 11 बजे के बाद शराब पिलाने पर प्रतिबंध लगने के चलते अब लोग सड़क किनारे ही शराब पीने लग रहे हैं, जिसके कारण दुर्घटनाओं का खतरा और भी बढ़ गया है। ऐसे में यह अभियान शुरू किया गया है।