यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में ईडी ने कसा शिकंजा, साक्ष्य जुटाकर अभियोजन शिकायत दायर
ईडी ने स्पेशल कोर्ट पीएमएलए में दायर की शिकायत, जयजीत दास और अन्य 16 के विरुद्ध एकत्रित किए गए साक्ष्य
Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की भर्तियों में पीपर लीक मामले ईडी ने अपना शिकंजा और कस दिया है। विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में पीपर लीक कराकर धन उगाही के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की देहरादून शाखा ने साक्ष्य एकत्रित किए। जिस आधार पर अधिकारियों ने स्पेशल कोर्ट पीएमएलए (प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग) में अभियोजन शिकायत दाखिल की है। ताकि आरोपियों पर कार्रवाई को पुख्ता रूप से अंजाम दिया जा सके।
ईडी की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्य रूप से जयजीत दास और अन्य 16 के विरुद्ध पेपर लीक के संबंध में अहम साक्ष्य पाए गए हैं। ईडी ने कोर्ट को बताया कि उत्तराखंड पुलिस की ओर से वीपीडीओ/वीडीओ परीक्षा 2016 और 2021, वन दरोगा परीक्षा 2021, सचिवालय सुरक्षा कर्मी परीक्षा 2021 में पेपर लीक को लेकर मुकदमा दायर किया गया था। इस क्रम में आरोपियों के पास से 47.10 लाख रुपये सीज किए गए। ईडी ने इन सभी एफआइआर का अध्ययन किया और पुलिस जांच के आधार पर अपनी जांच को दिशा दी।
ईडी ने अपनी जांच में यह पाया कि पेपर लीक कराने के लिए आरोपियों ने प्रति परीक्षार्थी से 10 से 15 लाख रुपये प्राप्त किए। पेपर लीक में प्रश्न पत्र छापने वाली फर्म आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस इंडिया प्रा. लि के कर्मियों और कुछ अन्य ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई और पेपर को बाहर निकाला। ईडी ने कोर्ट को बताया कि पेपर लीक के आरोपियों के ठिकानों पर जांच की और विभिन्न साक्ष्य जुटाए। साथ ही आरोपियों के बैंक खातों में जमा 1.32 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए और 15 लाख रुपये जब्त किए। माना जा रहा है कि ईडी की अभियोजन शिकायत के बाद अब आरोपियों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। संभव है कि ईडी अधिकारी आरोपियों को रिमांड में लेकर जांच को नई दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं।