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वीडियो: जेल से फरार हत्यारा जरनैल राजस्थान में बना सतपाल और करने लगा मजदूरी

उत्तराखंड एसटीएफ ने सेंट्रल जेल सितारगंज से फरार जरनैल सिंह को दबोचा, शौच के बहाने वर्ष 2023 में खुली जेल से फरार हो गया था जरनैल

Amit Bhatt, Dehradun: काश्तकार को गोलियों से भूनने के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा जरनैल सिंह फरार होने के बाद सुदूर राजस्थान में छिप गया था। वह यहां सतपाल नाम से रह रहा था और जीवन काटने के लिए मजदूरी शुरू कर दी थी। वर्ष 2023 में सितारगंज की सेंट्रल जेल (खुली जेल) से फरार हो जाने के बाद पहले उस पर 25 हजार और फिर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। हत्यारे अपराधी को पकड़ने के लिए उत्तराखंड एसटीएफ ने दिन-रात एक किए और उसे दबोच लिया।

जनरैल सिंह ने वर्ष 1995 में स्थानीय काश्तकार मक्खन सिंह सिंह अपने साथियों के साथ मिलकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। वर्ष 2001 में उसे एडीजे फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जरनैल से सजा के विरुद्ध हाई कोर्ट में अपील की थी और वर्ष 2022 में हाई कोर्ट सजा को बरकरार रखा। तब 55 वर्षीय जरनैल को राज्य की एकमात्र खुली जेल (संपूर्णानंद शिविर का केंद्रीय कारागार) में रखा गया था।

14 अगस्त 2023 को उसे 10 अन्य कैदियों के साथ धान की निराई के लिए भेजा गया था। उसी दौरान शौच का बहाना कर जरनैल सिंह फरार हो गया था। जरनैल सिंह के फरार होने के संबंध में थाना सितारगंज में उसके विरुद्ध मुकदमा एफआईआर सं0 243/23 धारा 223/224 आईपीसी पंजीकृत किया गया। उसे पकड़ने के लिए उस पर पहले 25 और फिर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर के अनुसार पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने राज्य में जघन्य अपराधों में लंबे समय से वांछित इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। निर्देश के क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह ने पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ आरबी चमोला की निगरानी में एक टीम का गठन कर जरनैल सिंह गिरफ्तारी के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। लिहाजा, एसटीएफ की कुमाऊं युनिट ने थाना सितारगंज जनपद ऊधम सिंह नगर पुलिस को साथ लेकर 07 फरवरी देर रात्रि इनामी हत्यारे जरनैल सिंह पुत्र बंजारा सिंह निवासी ग्राम बिचई नानकमत्ता को सुदूर राजस्थान के फलोदी जनपद से गिरफ्तार कर लिया।

पकड़े गए इनामी अपराधी की गिरफ्तारी के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर ने जानकारी देते हुए बताया कि एसटीएफ की गठित टीम ने प्राप्त तकनीकी तथा भौतिक सूचनाओं का विश्लेषण करते हुये अपने अथक प्रयास से उक्त अपराधी की पहचान स्थापित की। फिर टीम ने राजस्थान से उसकी गिरफ्तारी की गई। एसटीएफ की इस कार्रवाई में हे.कां. मोहित वर्मा, हे. कां. किशोर कुमार व सर्विलांस में किशन चंद्र की विशेष भूमिका रही।

जरनैल के लिए इस तरह बिछाया जाल
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह के निर्देशन में जेल से फरार अपराधी जरनैल सिंह को पकड़ने के लिए तकनीकी एवं भौतिक सूचनाओं जैसे अपराधी का फिंगर प्रिंट, वॉइस सैंपल व अन्य दस्तावेजों का पुनः बारीकी से विशलेषण किया गया। विशलेषण से प्राप्त नए तथ्यों का डिजिटल एवं भौतिक सत्यापन हेतु टीम को पंजाब व राजस्थान भेजा गया। टीम ने एक संदिग्ध व्यक्ति को चिह्नित किया, जिसके पास सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह निवासी बार्डर 24 डबलीराठान, हनुमानगढ़ राजस्थान का आधार पहचान पत्र था। अपराधी के चेहरे के मिलान हेतु भी विभिन्न साफ्टवेयर का प्रयोग किया गया।

टीम द्वारा पहचान स्थापित हो जाने पर अभियुक्त को दिनांक 07.02.2025 को राजस्थान से गिरफ्तार कर संबंधित न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर आज उत्तराखंड लाया गया। पूछताछ में जरनैल सिंह ने एसटीएफ को बताया कि जेल फरार होने के बाद वह सीधे पंजाब आया, जहां फाजलक्का थाना सिटी-1 जिला फाजलक्का में उसका परिवार था। इसके बाद वह राजस्थान में जोधपुर के पास देचू थाना क्षेत्र में आ गया। यहां संपत नाम के व्यक्ति के घऱ में रहकर उसके साथ मजदूरी करने लगा। यहीं से उसने सतपाल सिंह पुत्र गुरचरण सिंह के नाम से फर्जी आधार कार्ड बना लिया।

गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ टीम
1. निरीक्षक एमपी सिंह
2. उ.नि. केजी मठपाल
3. हे.कां. किशोर कुमार
4. हे. कां. सुरेंद्र कनवाल
5. कां. मोहित वर्मा
6. ओ.पी. कृष्ण चंद्र शर्मा (सर्विलांस)

थाना सितारगंज पुलिस टीम
1. उ.नि. दीपक कौशिक
2. कानि. 1137 अमित जोशी
3. कानि. 72 राजेन्द्र गोस्वामी

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