बिग ब्रेकिंग: यूसीसी में नाम, पता, जाति की जानकारी को सरकार ने किया आरटीआई के दायरे से बाहर
कोई अन्य व्यक्ति नहीं मांग सकेगा यूसीसी में कराए गए पंजीकरण की व्यक्तिगत जानकारी, सिर्फ संख्या जारी होगी
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Rajkumar Dhiman, Dehradun: समान नागरिक संहिता (यूसीसी) में लिव इन रिलेशनशिप, विवाह, तलाक या अन्य सेवाओं में पंजीकरण के समय दी जाने वाली जानकारी किसी दूसरे व्यक्ति के हाथ में नहीं जाएगी। जैसे नाम, पता, मोबाइल, आधार नंबर, धर्म, जाति आदि को सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआई एक्ट) में भी साझा नहीं किया जाएगा। सूचनाओं की गोपनीयता बनाए रखने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है।
यूसीसी की तहत होने वाले पंजीकरण की सिर्फ संख्या ही सार्वजनिक हो पाएगी, इसमें किसी की भी व्यक्तिगत जानकारी शामिल नहीं होगी। अपर सचिव गृह निवेदिता कुकरेती के मुताबिक समान नागरिक संहिता में सूचनाओं की गोपनीयता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। यूसीसी की किसी भी सेवा के लिए दी जाने वाली निजी जानकारी (नाम, पता, मोबाइल, आधार नंबर, धर्म, जाति आदि ) का विवरण किसी भी स्तर पर सार्वजनिक नहीं होगा।
सार्वजनिक तौर पर यूसीसी के तहत होने वाले पंजीकरण की संख्या मात्र उपलब्ध होगी, जो वेबसाइट पर नजर भी आने लगी है। इसके अलावा जिस व्यक्ति ने यूसीसी के तहत किसी सेवा के लिए आवेदन किया हो, सिर्फ वही व्यक्ति खुद या किसी अन्य व्यक्ति के साथ संयुक्त आवेदन के जरिए खुद के आवेदन से संबंधित जानकारी ही मांग ही सकता है। इसके अलावा और किसी भी व्यक्ति तक सूचनाओं की पहुंच नहीं होगी।
अपर सचिव गृह निवेदिता कुकरेती के मुताबिक, यूसीसी के तहत होने वाले पंजीकरण की जानकारी भी थाना पुलिस तक सिर्फ रिकॉर्ड के लिए भेजी जाएगी। ऐसे किसी पंजीकरण में दिए गए विवरण तक संबंधित थाना प्रभारी की पहुंच भी एसएसपी की निगरानी में हो सकेगी। साथ ही यदि किसी भी स्तर पर सूचनाओं का दुरुपयोग होता है तो संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।