
Rajkumar Dhiman, Dehradun: यदि आप भी जमीनों के धंधे में शामिल हैं और अवैध प्लाटिंग कर नागरिकों को भूखंड बेचने की जुगत में हैं तो संभल जाएं। क्योंकि, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने एक बार फिर अवैध प्लाटिंग के विरुद्ध बड़े स्तर पर अभियान छेड़ दिया है। शनिवार को प्राधिकरण की टीम ने डोईवाला, रानीपोखरी, माजरी ग्रांट समेत कई क्षेत्रों में 95 बीघा अवैध प्लाटिंग ध्वस्त कर दी। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश और एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के मार्गदर्शन में की जा रही है।
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के अनुसार सुनियोजित विकास के लिए भूखंडों का लेआउट पास कराया जाना आवश्यक है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी तेजी से बढ़ती आबादी वाले दून में अवैध निर्माण पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इसी क्रम में हरिद्वार रोड पर साईं मंदिर के पास गौतम जौहर, संदीप पाल और अन्य की ओर से की गई 40 बीघा अवैध प्लाटिंग के मार्गों और सीमांकन को ध्वस्त किया गया। वहीं, बक्सरवाला, भानियावाला में कुलदीप राणा और विपिन जयसवाल की 25 बीघा अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई की गई।

इसी तरह डोईवाला में संजय सुंदरियाल की 18 बीघा और रानीपोखरी के ग्राम डांडीपुर में टीकाराम पुरवाल की 12 बीघा अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चलाया गया। दूसरी तरफ हरिद्वार रोड स्थित माजरी ग्रांट में बिंदु पुरवाल के अवैध निर्माण को सील भी किया गया।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि लेआउट पास कराए बिना की गई प्लाटिंग में नक्शे पास न किए जाने का खतरा बना रहता है। साथ ही प्रापर्टी डीलर अपने मुनाफे के लिए समुचित सुविधाओं का भी ध्यान नहीं रखते हैं। ऐसे में नागरिकों से अपील है कि भूखंड क्रय करने से पहले एमडीडीए से भलीभांति जानकारी प्राप्त कर ली जाए। बिना जांच पड़ताल के अपने खून-पसीने की कमाई लगाना अहितकारी साबित हो सकता है। कार्रवाई करने वाली टीम में सहायक अभियंता प्रमोद मेहरा, अवर अभियंता प्रवेश नौटियाल समेत सुपरवाइजर और पुलिस बल शामिल रहा।



