दिवाली से पहले राज्य कर का बड़ा एक्शन: नकली बिलिंग और कर चोरी पर शिकंजा, 02 ट्रांसपोर्टर व 02 ठेकेदारों पर कसी लगाम
राज्य में जीएसटी चोरी रोकने को विशेष अभियान तेज 42.34 लाख रुपये सरेंडर कराए, नकली आईटीसी लेने वालों पर नजर

Rajkumar Dhiman, Dehradun: दिवाली से पहले राज्य कर (स्टेट जीएसटी) विभाग ने कर अपवंचन पर नकेल कसते हुए सघन अभियान शुरू कर दिया है। आयुक्त कर सोनिका के निर्देश और अपर आयुक्त के मार्गदर्शन में प्रदेशभर में राजस्व संवर्धन एवं कर चोरी रोकथाम के उद्देश्य से एक विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सड़क जांच और दस्तावेज सत्यापन की कार्यवाही लगातार जारी है।
शनिवार को प्रवर्तन इकाइयों ने कार्रवाई करते हुए दो प्रमुख ट्रांसपोर्टर्स के वाहन पकड़े, जो बिना वैध दस्तावेजों के प्रदेश के बाहर से माल ला रहे थे। इन वाहनों की भौतिक जांच जारी है और जांच पूरी होते ही जीएसटी अधिनियमों के अंतर्गत भारी अर्थदंड की वसूली की जाएगी।
ठेकेदारों पर भी सख्ती, 42.34 लाख रुपये का सरेंडर
विशेष अनुशासन इकाई (वि.अनु.शा.) ने ऐसे ठेकेदारों पर नजरें टेढ़ी की हैं, जिन्होंने विभागीय भुगतान तो लिया लेकिन जीएसटी का समुचित भुगतान नहीं किया या कर देयता से बचने का प्रयास किया। इस क्रम में दो ठेकेदारों पर कार्रवाई कर 42.34 लाख रुपये की राशि सरेंडर कराई गई है।
त्योहारों पर होगी विशेष निगरानी
संयुक्त आयुक्त (वि.अनु.शा./प्र.) श्याम तिरुवा और उपायुक्त विनय प्रकाश ओझा ने बताया कि बोगस फर्मों के माध्यम से फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) लेने वाले कारोबारियों, वेडिंग प्वाइंट्स, ब्यूटी पार्लर और अन्य प्रतिष्ठानों की भी सतत निगरानी की जा रही है। त्योहारों के मौसम में नकली बिलिंग, बिना दस्तावेज़ परिवहन और कर चोरी जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए सभी सचल दल इकाइयों को विशेष निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
दिवाली से पहले बढ़ा निरीक्षण ड्राइव
आयुक्त राज्य कर सोनिका के अनुसार, विभाग ने दिवाली के मद्देनजर सभी सीमांत जिलों और प्रमुख व्यापारिक मार्गों पर जांच को और कड़ा कर दिया है। बिना ई-वे बिल के चल रहे मालवाहक वाहनों की रैंडम चेकिंग करने के साथ ही फर्जी पंजीकरण वाले व्यापारिक प्रतिष्ठानों की स्कैनिंग, सोना-चांदी, मिठाई, परिधान, इलेक्ट्रॉनिक्स और डेकोरेशन सेक्टर में कर अनुपालन की निगरानी कराई जा रही है। यह अभियान अगले कुछ हफ्तों तक जारी रहेगा ताकि त्योहारी सीजन में जीएसटी चोरी पर पूर्ण नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके।
संकेत स्पष्ट: कर चोरी बर्दाश्त नहीं
राज्य कर विभाग ने साफ संकेत दिए हैं कि दिवाली से पहले या बाद में किसी भी रूप में कर चोरी, फर्जी बिलिंग या बोगस फर्मों के माध्यम से कर अपवंचन की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अफसरों का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में बड़े कारोबारियों और संदिग्ध जीएसटी पंजीकरणों की विस्तृत जांच प्रस्तावित है।