
Rajkumar Dhiman, Dehradun: वरिष्ठ पत्रकार पंकज मिश्रा की संदिग्ध मौत के मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया है। मृतक के भाई अरविंद मिश्रा की तहरीर पर एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म के संचालक अमित सहगल समेत अन्य के खिलाफ हत्या, लूट और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना राजपुर में यह एफआईआर 16 दिसंबर की रात 11:56 बजे दर्ज हुई। परिजनों ने पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर असंतोष जताते हुए चिकित्सकों के पैनल से दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की है, जिस पर आज पुनः पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई।

एफआईआर में क्या हैं आरोप
लखनऊ (आलमबाग) निवासी अरविंद मिश्रा द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार, 15 दिसंबर की रात करीब 10 बजे अमित सहगल अपने कुछ साथियों के साथ गैंग बनाकर जाखन स्थित पंकज मिश्रा के घर पहुंचे। आरोप है कि गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की नीयत से पंकज के सीने और पेट पर लात-घूंसे मारे गए, जिससे उनके मुंह से खून निकलने लगा। तहरीर में यह भी उल्लेख है कि आरोपियों में से एक ने पंकज को हार्ट और लिवर का मरीज बताते हुए उन्हीं हिस्सों पर हमला करने के लिए उकसाया।
एफआईआर के मुताबिक, मारपीट के बाद पंकज का मोबाइल छीना गया। घटना के दौरान मौजूद उनकी पत्नी लक्ष्मी जब पुलिस को फोन करने लगीं, तो आरोपियों ने उनका भी मोबाइल छीनकर बदसलूकी की और फरार हो गए।
रात में बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मृत घोषित
एफआईआर में कहा गया है कि पंकज ने राहगीर के फोन से पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची और मेडिकल व तहरीर की बात कही, लेकिन चोट और डर के कारण रात में कार्रवाई टाल दी गई। 16 दिसंबर तड़के करीब 3 बजे पंकज को तेज दर्द उठा, वे अचेत होकर गिर पड़े। पड़ोसियों और परिजनों की मदद से उन्हें एंबुलेंस से दून अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
किन धाराओं में केस दर्ज
पुलिस ने मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 103, 304, 333 और 352 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुआ विवाद
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विवाद की जड़ सोशल मीडिया पर डाली गई एक पोस्ट बताई जा रही है, जिसे लेकर पंकज का अपने कुछ पत्रकार साथियों से विवाद हुआ था। बाद में पंकज ने पोस्ट हटाकर माफी भी मांगी थी। इसी विवाद के बाद मोबाइल पर कहासुनी और फिर घर पहुंचकर मारपीट की घटना हुई। पंकज की पत्नी का दावा है कि उन्होंने झगड़े का वीडियो मोबाइल में रिकॉर्ड किया था, लेकिन आरोपी मोबाइल लेकर चले गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल
मंगलवार को कोरोनेशन अस्पताल में हुए पहले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से परिजन संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि मारपीट से हुई आंतरिक चोटों को पर्याप्त रूप से नहीं दर्शाया गया। इसी कारण आज डॉक्टरों के पैनल से पुनः पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
जांच के केंद्र में ये बिंदु
-क्या मारपीट से पंकज की मौत हुई या पहले से मौजूद बीमारी ने भूमिका निभाई
-मोबाइल छीने जाने और कथित वीडियो साक्ष्य का क्या हुआ
-आरोपियों की संख्या और उनकी भूमिका
– पुनः पोस्टमार्टम रिपोर्ट के निष्कर्ष
फिलहाल पुलिस जांच जारी है। पुनः पोस्टमार्टम रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर ही यह स्पष्ट होगा कि पत्रकार पंकज मिश्रा की मौत हत्या थी या किसी अन्य कारण से हुई।



