देहरादून: ऊधमसिंह नगर में छह साल पूर्व धान खरीद में हुए 600 करोड़ के घोटाले में अब तक की जांच और कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा रही है। सूचना का अधिकार के तहत सूचना आडिट निदेशालय के प्रथम अपीलीय अधिकारी के स्तर से जानकारी नहीं मिली। जिस पर मामला राज्य सूचना आयोग में पहुंच गया है। अपीलकर्ता ने सूचना आयुक्त से प्रकरण संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है। हल्द्वानी निवासी रमेश चंद्र पांडे ने मुख्य सूचना आयुक्त को द्वितीय अपील भेजी है।ऊधमसिंह नगर में हुए धान खरीद घोटाले में शासन की ओर से पहले जांच के लिए एसआइटी गठित की थी। इसकी जांच रिपोर्ट में 600 करोड़ के घोटाले का आंकलन किया गया। बाद में शासन ने प्रकरण के स्पेशल आडिट कराने के आदेश दिए, जिसमें भी 600 करोड़ से अधिक के घोटाले की पुष्टि हुई । इस प्रकरण में कार्रवाई को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता रमेश चंद्र पांडे ने आडिट निदेशालय के लोक सूचना अधिकारी से बीते 29 जून आरटीआइ के तहत एसआइटी की जांच रिपोर्ट, स्पेशल आडिट रिपोर्ट आदि के साथ जानकारी मांगी। 30 दिन के भीतर सूचना नहीं मिलने पर 31 जुलाई को प्रथम अपीलीय अधिकारी को पत्र भेजा गया। प्रथम अपीलीय अधिकारी बिपिन बिहारी लाल की ओर से आठ अगस्त को जारी आदेश के बिंदु-पांच में उल्लेख किया कि लोक सूचना अधिकारी ने अपील के संबंध में न तो कोई लिखित उत्तर प्रस्तुत किया और न ही मूल पत्रावली अपील के समय प्रस्तुत की गई। उपयुक्त जानकारी न मिलने पर रमेश चंद्र पांडे ने द्वितीय अपील में कहा है कि प्रथम अपील का निस्तारण होने के बावजूद वे सूचना से वंचित हैं। ऐसे में उन्हें सूचना दिलाने का कष्ट करें।