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रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में सामने आए आरोपित संतोष अग्रवाल की बहनों के नाम

रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में गिरफ्तार किए गए संतोष अग्रवाल की दो बहनों ने दी है पावर आफ अटार्नी, सरकार में निहित चाय बागान की भूमि आरोपित संतोष अग्रवाल के नाम चढ़वाने को अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दिया

Round The Watch: सब रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकार्ड रूम में सेंधमारी कर अभिलेखों से छेड़छाड़ कर स्वामित्व बदलने के मामले में आरोपित संतोष अग्रवाल को गिरफ्तार किया जा चुका है। गुरुवार को की गई दो और गिरफ्तारी के साथ प्रकरण में अभी तक कुल छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, प्रकरण में अभी भी तमाम नाम फर्जीवाड़े में सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में संतोष अग्रवाल की बहन सुनीता बेरीवाल और शौभांगिनी परिदा के नाम भी मिलीभगत में सामने आए हैं।
चाय बागान और सीलिंग की भूमि को बचाने की लड़ाई लड़ रहे अधिवक्ता विकेश नेगी ने इन दोनों के नाम उजागर करते हुए मिलीभगत के प्रमाण भी सार्वजनिक किए हैं। संतोष अग्रवाल ने न सिर्फ संगठित ढंग से रजिस्ट्री फर्जीवाड़े को अंजाम दिया, बल्कि चंद्र बहादुर व पद्मा कुमारी की लाडपुर क्षेत्र की चाय बागान की भूमि अपने नाम कराने का खेल भी किया। इस काम में संतोष की दोनों बहनों ने भी मदद की। संतोष अग्रवाल का नाम सरकार में निहित चाय बागान की भूमि पर दर्ज हो जाए, इसके लिए तहसील सदर में विरासत चढ़ाने के लिए दोनों बहनों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया। क्योंकि, संतोष ने यह भूमि अपनी दिवंगत मां इंद्रावती के नाम पद्मा कुमारी से क्रय किया जाना दिखाया था। यह विरासत निर्विवाद रूप से संतोष अग्रवाल के नाम दर्ज की जा सके, इसके लिए दोनों ने भरपूर मदद की। फर्जी ढंग से विरासत दर्ज किए जाने के बाद जमींनों को आगे बेचने के लिए भी दोनों बहनें आगे आईं। सुनीता बेरीवाल और शौभांगिनी परिदा ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय में इसके लिए बाकायदा पावर आफ अटार्नी को भी पंजीकृत करवाया। हालांकि, अब इस खेल से पर्दा उठ जाने के बाद पुलिस दोनों बहनों की तलाश में जुट गई है।

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