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दीपावली के लिए 15 दिन 24 घंटे होगी हवा की निगरानी
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड 05 नवंबर से 19 नवंबर तक तीन स्थलों पर करेगा वायु प्रदूषण की जांच
Amit Bhatt, Dehradun: पिछली दीपावली पर उत्तराखंड की राजधानी दून में बुरी स्थिति में पहुंचा था एक्यूआई, जबकि इससे पहले की दो दीपावली बेहद बुरी हो गई थी हवा की गुणवत्ता दीपावली का पटाखों का धूम-धड़ाका ध्वनि प्रदूषण तो बढ़ाता ही है, लेकिन सबसे बुरा असर पड़ता है हवा की गुणवत्ता पर। हवा की यह चाल कैसे बदलती है, यह जानने के लिए अगले 15 दिन 24 घंटे देहरादून और ऋषिकेश में वायु प्रदूषण की स्थिति पर थर्ड पार्टी निगरानी कराई जाएगी। यह काम पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड 05 नवंबर से लेकर 19 नवंबर तक कराएगा।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आरके चतर्वेदी के मुताबिक दीपावली के मद्देनजर दून में घंटाघर व नेहरू कालोनी, जबकि ऋषिकेश में एक स्थल पर हवा की गुणवत्ता की निगरानी की जाएगी। जिसमें देखा जाएगा कि दीपावली से पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) क्या था और दीपावली के दौरान इसमें कितनी बढ़ोत्तरी हुई। वहीं, दीपावली के बाद कि निगरानी से यह पता चलेगा कि हवा की गुणवत्ता को सामान्य स्थिति में पहुंचने में कितना समय लगा।
वर्ष 2021 की दीपावली की बात करे तो एक्यूआइ बेहद खराब स्थिति में 300 पर पहुंच गया था। इससे पहले वर्ष 2020 की दीपावली की बात करे, तब भी एक्यूआइ 300 पर था। पिछली दो दीपावली के बाद दून के नागरिकों ने समझदारी दिखाई और फटाखे जलाने में हाथ रोक कर रखे। जिस कारण वर्ष 2022 की दीपावली में एक्यूआइ मध्यम श्रेणी में 300 से कम रहा। यदि दून ने इसी तरह हवा की गुणवत्ता के प्रति संवेदनशीलता दिखाई तो वायु प्रदूषण को नियंत्रण में रखा जा सकता है। बुजुर्गों, बच्चों और श्वास के रोगियों का ध्यान रखते हुए यह जिम्मेदारी प्रत्येक नागरिक की है।
पिछली तीन दीपावली में वायु प्रदूषण की स्थिति (एक्यूआइ में)
वर्ष, घंटाघर, नेहरू कालोनी, ऋषिकेश
2022, 252, 242, 236
2021, 348, 306, 257
2020, 317 (एक स्थल), 198
एक्यूआइ के मुताबिक हवा का हाल
शून्य से 50, अच्छा
51 से 100, संतोषजनक
101 से 200, मध्यम
201 से 300, बुरी
301 से 400 बहुत बुरी
401 व अधिक, अति गंभीर