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इसरो के युवा विज्ञानी दून के सिद्धार्थ को मिला अवार्ड
दून के शास्त्रीनगर निवासी सिद्धार्थ तिवारी को मिला यंग इंजीनियर मेरिट अवार्ड
Usha Bhandari, Dehradun: चंद्रयान मिशन में रोवर के व्हील डिजाइन करने में योगदान देने वाले दून के विज्ञानी सिद्धार्थ तिवारी को यंग इंजीनियर मेरिट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान इंडियन नेशनल सोसाइटी फॉर एयरोस्पेस एंड रिलेटेड मैकेनिज्म (आइएनएसएआरएम) की ओर से दिया गया।
देहरादून के शास्त्रीनगर निवासी सिद्धार्थ तिवारी इसरो के विज्ञानी हैं और वर्तमान में यूआर राव सेटेलाइट सेंटर में तैनात हैं। सिद्धार्थ की स्कूली शिक्षा देहरादून के सेंट जोजफ्स स्कूल से हुई है। वह वर्ष 2007 में आइआइटी के लिए सलेक्ट किए गए। मेरिट के आधार पर उनका चयन उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस एंड टेक्नोलॉजी के लिए किया गया। वर्ष 2011 तक उन्होंने यहां बीटेक किया और फिर इसरो में चयनित हो गए।
वर्तमान में सिद्धार्थ मिशन गगनयान में भी काम कर रहे हैं। उनकी अद्वितीय योग्यता को देखते हुए इसरो ने सिद्धार्थ को हाल में विज्ञानी-एफ श्रेणी के पद पर पदोन्नति दी है। युवा विज्ञानी सिद्धार्थ के पिता महेश कुमार शर्मा रिटायर्ड बैंकर हैं, जबकि उनकी मां सारिका तिवारी स्कूल संचालित करती हैं।