देहरादून में जालसाज बना रहे फर्जी जन्म प्रमाण
नगर निगम को नहीं खबर, वसूल रहे 200 से 500 रुपये
Round The Watch: देहरादून में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाकर आमजन से पैसे वसूले जा रहे हैं। नगर निगम रिकार्ड से बाहर ही फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर हाथोंहाथ उपलब्ध कराए जा रहे हैं और इसकी एवज में दो सौ से पांच सौ रुपये तक वसूले जा रहे हैं। गंभीर यह है ऐसे प्रमाण पत्रों की कोई वैधता भी नहीं है। क्योंकि, ऐसे प्रमाण पत्रों का रजिस्ट्रीकृत और अधिकृत संस्थान नगर निकाय या अन्य निकाय होते हैं। इनकी स्वीकृति के बिना जारी इस तरह का कोई भी प्रमाण पत्र महज कागज का एक टुकड़ा है। दूसरी तरफ नगर निगम ने गंभीरता से जांच कराने और कार्रवाई की बात कही है।
शुक्रवार को कांवली रोड क्षेत्र की एक महिला नगर निगम पहुंची। जहां उसने मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खन्ना से मुलाकात कर अपने बेटे का जन्म प्रमाण पत्र दिखाया। जिसे बारीकी के देखने और निगम के रिकार्ड में खोजने पर पता चला कि यह प्रमाण पत्र फर्जी है। महिला ने बताया कि यह उसने कांवली रोड स्थित एक साइबर कैफे से बनवाया है। जहां जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं और इसके लिए दो से पांच सौ रुपये शुल्क वसूला जाता है। डा. अविनाश खन्ना ने बताया कि नगर निगम की ओर से बनाए जाने वाले जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र पर आधिकारिक मुहर होती है और पत्र पर एक क्रमांक संख्या अंकित होती है। प्रमाण पत्र की जानकारी निगम के आनलाइन रिकार्ड में भी दर्ज रहती है। जबकि, महिला की ओर से बनवाया गया प्रमाण पत्र पूरी तरह फर्जी है। उन्होंने कहा कि शहर में यदि इस प्रकार से फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं तो ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। नगर निगम की टीम छापा मारकर इस प्रकार के केंद्रों की जांच करेगी।