स्मार्ट सिटी के कैमरों ने कराए 1.47 लाख चालान, ठोका 22 करोड़ जुर्माना
दून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के तहत शहरभर में 645 कैमरों का नेटवर्क, 144 सिर्फ ट्रैफिक की कर रहे निगरानी
Round The Watch: दून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (डीईसीसीसी) शहर के तंत्रिका तंत्र की तरह कार्य कर रहा है। यातायात नियंत्रण, भीड़ प्रबंधन, आपातकालीन और अन्य नागरिक सेवाएं जैसे-ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सार्वजनिक शिकायतें, जल आपूर्ति आदि सभी का समन्वय डीईसीसीसी द्वारा किया जा रहा है। नए बुनियादी ढांचे के निर्माण और पुराने बुनियादी ढांचे को और सुदृढ करने का कार्य भी दून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर द्वारा किया जा रहा है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि वर्तमान में स्मार्ट सिटी देहरादून भी टेक्नोलॉजी से लैस हो गई है। यातायात से संबंधित पल-पल की खबर न सिर्फ पुलिस तक पहुंच रही, बल्कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के घरों तक चालान पहुंच रहा है। ऐसे में अगर आप पुलिस की नजरों से बचकर नियमों को तोड़ने की ताक में रहतें हैं तो अब आपको सावधान रहना होगा, क्योंकि चौक-चौराहों (जंक्शन) पर लगे कैमरों की नजर पल-पल आपको देख रही है। समार्ट सिटी कंपनी की सीइओ व जिलाधिकारी सोनिका के मुताबिक यातायात प्रबंधन समेत अन्य निगरानी के लिए शहर में कुल 645 कैमरों का नेटवर्क तैयार किया गया है।
(डीईसीसीसी) परियोजना के माध्यम से पुलिस टीम द्वारा तीन प्रकार के चालान किये जा रहे हैं
1-रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम चालान (Red Light Violation Detection System) के अंतर्गत अभी तक कुल 67,731 चालान किए गए और 6,77,31,000 राशि का चालान काटा गया । रेड लाइट के नियम के उल्लंघन पर 1000 रुपये का चालान किया जाता है।
2-स्पीड वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम चालान (Speed Violation Detection) के अंतर्गत अभी तक कुल 77,080 चालान किए गए और सर्वाधिक 15,41,60,000 राशि का चालान काटा गया है। तेज़ रफ़्तार से गाड़ी चलाने के नियम के उल्लंघन पर 2000 रुपये का चालान किया जाता है।
3-नो पार्किंग चालान ( No Parking Challan) के अंतर्गत अभी तक कुल 3,034 चालान किए गए और 15,17,000 राशि का चालान काटा गया है। जिसके उल्लंघन पर 500 रुपये का चालान किया जाता है।
डीईसीसीसी के और भी कई काम
दून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के अतंर्गत आपदा प्रबंधन स्थितियों सहित शहर के यातायात को सुगम बनाने, बिजली, पानी सीवरेज एवं अन्य मूलभूत समस्याओं का समाधान भी किया जा रहा है। जिसकी विशेषताएं निम्न हैं।
-इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (DICCC)] वेब पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन।
-इंटेलिजेंट यातायात प्रबंधन प्रणाली (ITMS)वाहन पारगमन प्रबंधन प्रणाली (V TMS)
-सिटीजन-सेंट्रिक सर्विस-पीए सिस्टम और इमरजेंसी कॉल बॉक्स, एमरजैंसी हेल्प डेस्क ,एएल के साथ सिटी सर्विलांस,भौगोलिक सूचना प्रणाली, सिटी वाई-फाई, पर्यावरण सेंसर आदि।
टोलफ्री नंबर पर करें शिकायत
-किसी भी विभाग व अन्य विषय से सम्बन्धित शिकायत, सुझाव, रजिस्ट्रेशन हेतु टोलफ्री नंबर 18001802525 भी जारी किया गया है। जिस पर कॉल की जा सकती है।