Amit Bhatt, Dehradun: एक तो अवैध निर्माण दूसरा एमडीडीए को ही आंख दिखाना। यह कहावत हुई ‘आ बैल मुझे मार’। वाकया बुधवार दोपहर का है, जब चमन विहार लेन-11 के निवासी और पेशे से बेसिक शिक्षक दीपक सेठी अपने अवैध निर्माण की सुनवाई के लिए एमडीडीए कार्यालय में उपस्थित हुए थे। सुनवाई संयुक्त सचिव (जेएस) कुश्म चौहान के कार्यालय में थी। इस दौरान वह कार्यालय में शिकायतकर्ता को भी पाकर बुरी तरह भड़क उठे। संयुक्त सचिव को आंखें दिखाने वाले अंदाज में बोल दिया कि आप अपराधियों का साथ दे रहे हो। इसके बाद भी वह नहीं रुके और संयुक्त सचिव को तमाम बातें सुना डालीं। साथ ही शिकायतकर्ता को देख लेने की धमकी दी।
दरअसल, दीपक सेठी पर अपने तीन मंजिल भवन के निर्माण में मानकों की अनदेखी का आरोप है। उनके विरुद्ध पड़ोसी रजनीश मित्तल ने शिकायत दर्ज कराई है कि दीपक सेठी ने अवैध निर्माण कर उनके भवन का हवा-पानी बाधित कर दिया है। क्योंकि, दीपक सेठी ने भवन निर्माण करते समय तीन तरफ के सेटबैक को बुरी तरह प्रभावित कर रखा है। इसको लेकर एमडीडीए ने अवैध निर्माण पर सेठी का चालान भी किया है। हालांकि, उन्हें एमडीडीए की तरफ से अब तक निर्माण को दरुस्त करने के लिए कई अवसर दिए जा चुके हैं।
अभद्रता पर संयुक्त सचिव को आया गुस्सा
अवैध निर्माण करने वाले व्यक्ति की तरफ से बेवजह अनर्गल बातें सुनने के बाद संयुक्त सचिव कुश्म चौहान को भी गुस्सा आ गया। उन्होंने कहा कि अब बहुत हुआ, आपको काफी समय दे दिया। एक सप्ताह का समय है, अवैध निर्माण वाला भाग ध्वस्त करो, नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहो। इसी के साथ संयुक्त सचिव ने संबंधित अभियंताओं से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट तलब की है।