पेयजल निगम अफसर ने बांटी मलाई, इंजीनियर्स संघ ने खोला मोर्चा
प्रबंध निदेशक बोले, कोई भी अधिकारी द्वेषभाव से न करे काम
Amit Bhatt, Dehradun: पेयजल निगम में एक अभियंता के विरुद्ध डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने मोर्चा खोल दिया है। अभियंता को भिकियासैंण के साथ रानीखेत का अतिरिक्त चार्ज दिए जाने से डिप्लोमा इंजीनियर्स में रोष है। उन्होंने प्रबंधन के इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन के संकेत दिए हैं।
पेयजल निगम के अभियंताओं के स्थानांतरण पर डिप्लोमा इंजीनियरों की आपत्ति के बाद निगम प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि द्वेषभाव से काम करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरे मनोयोग से अपनी जिम्मेदारी के निर्वहन के निर्देश भी प्रबंध निदेशक ने जारी किए हैं। उन्होंने डिप्लोमा इंजीनियरों की मांग पर उचित कार्रवाई की बात कही है।
अभियंता समीर प्रताप सिंह को निर्माण शाखा भिकियासैंण के साथ ही निर्माण शाखा रानीखेत का भी अतिरिक्त रूप से चार्ज दिए जाने के आदेश पर पेयजल निगम के डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने कड़ी नाराजगी जताई। इस संबंध में उन्होंने मंगलवार को महाप्रबंधक प्रशासन एसके बरनवाल के समक्ष भी अपना पक्ष रखा। संघ की ओर से कुछ अभियंताओं पर उत्पीड़न के आरोप भी लगाए गए। संघ के अध्यक्ष रामकुमार ने कहा कि ने कहा कि कुमाऊं मंडल में समीर प्रताप सिंह का भारी विरोध है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों से शिकायत भी की जा रही है। संघ ने तबादला आदेश वापस लेने की भी मांग की है।
इधर, प्रबंध निदेशक एससी पंत ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई अधिकारी किसी भी कर्मचारी के प्रति द्वेष पूर्ण भावना से कार्य करता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। साथ ही डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ की समस्याओं और मांगों पर भी यथासंभव कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निष्ठा से कार्य करने वाले कार्मिकों का उत्पीड़न न होने देने का आश्वासन दिया।