100 करोड़ की जीएसटी हेराफेरी में लकड़ी व्यापारी शाहनवाज गिरफ्तार
बीते 04 मार्च 2023 को स्टेट जीएसटी की 300 कार्मिकों की टीम ने ऊधमसिंहनगर क्षेत्र के 27 प्रतिष्ठानों पर मारा था छापा, तब फरार हो गया था लकड़ी कारोबारी शाहनवाज
Amit Bhatt, Dehradun: 100 करोड़ रुपये के टर्नओवर में गोलमाल कर 18 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी में राज्य कर (स्टेट जीएसटी) की विशेष अनुसंधान शाखा ने फरार लकड़ी कारोबारी शाहनवाज हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है। यह इस साल की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है और इसके बहाने आयुक्त राज्य कर अहमद इकबाल ने कर चोरी करने वालों को कड़ी चेतावनी भी दी है।
आयुक्त राज्य कर डा अहमद इकबाल के मुताबिक चार मार्च 2023 को विभाग की करीब 300 कार्मिकों की टीम ने जसपुर के लकड़ी कारोबारियों के प्रतिष्ठानों, आवास, ट्रांसपोर्टर और चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रतिष्ठानों समेत कुल 27 ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिसमें पता चला कि लकड़ी कारोबारियों ने 100 करोड़ रुपये के टर्नओवर में गोलमाल कर 18 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की है। यह कारोबार फर्जी फर्मों के माध्यम से विभिन्न राज्यों में दिखाया गया और जिस पर अवैध रूप से आइटीसी (इनपुट टैक्स) क्रेडिट प्राप्त कर लिया। छापेमारी के दौरान लकड़ी कारोबारी शहनाज हुसैन फरार पाया गया था।
जिसके बाद जिला प्रशासन के सहयोग से उसके घर को सील कर दिया गया था। जिला प्रशासन की मौजोदगी में 15 मई को उसका घर खोलकर तलाशी ली गई। इस दौरान लकड़ी कारोबारी के घर पर विभिन्न फर्मों के बिल, ई-वे बिल, बैंक पासबुक, चेक बुक, एटीएम कार्ड, मुहरें, धर्मकांटा पर्चियां, मोबाइल व अन्य अभिलेखों समेत कुछ फर्मों के बोर्ड भी पाए गए। राज्य कर विभाग की टीम को अन्य स्थानों से भी बड़ी संख्या में लैपटाप, मोबाइल, सिम कार्ड, हार्ड डिस्क, पैन ड्राइव, सीसी टीवी डेटा मिला। करीब पांच माह के गहन परीक्षण में अधिकारियों ने कर चोरी के पुख्ता साक्ष्य जुटा लिए थे। राज्य कर डा इकबाल के मुताबिक इसके बाद फरार कारोबारी की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए ऊधमसिंहनगर पुलिस के विशेष सहयोग से विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा, रुद्रपुर व काशीपुर ने रविवार को कर चोरी के आरोपित कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया। आयुक्त राज्य कर के मुताबिक इस प्रकरण में जांच अभी भी जारी है। कर चोरी में संलिप्त विभिन्न अन्य व्यापारियों के विरुद्ध भी यथाशीध्र कठोर कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारियां की जाएंगी।
उत्तर प्रदेश व हरियाणा में दिखाया फर्जी कारोबार
आयुक्त राज्य कर डा अहमद इकबाल के मुताबिक लकड़ी प्रतिष्ठानों ने आइटीसी का लाभ प्राप्त करने के लिए बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर समेत हरियाणा के यमुनानगर आदि स्थानों पर माल की फर्जी आपूर्ति दिखाई। पेपर ट्रेडिंग के माध्यम ने इन प्रतिष्ठानों ने निरंतर आइटीसी का लाभ प्राप्त किया।
बनाई कई फर्जी फर्म, पते पर कारोबार नहीं मिला
राज्य कर विभाग की टीम ने जांच में कई फर्जी फर्मों का पर्दाफाश भी किया। पता चला कि इनके पंजीकृत पतों पर कोई कारोबार नहीं किया गया। ऐसे कई कार्यालय सील भी किए गए।
पहली बार फोरेंसिक टीम भी रही थी मौजूद
छापे की कार्रवाई को प्रभावी बनाने के लिए राज्य कर विभाग के साथ पहली पर फोरेंसिक टीम भी साथ रही थी। ताकि विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से डेटा प्राप्त कर उसका विश्लेषण किया जा सके। इसका लाभ भी विभाग को मिला।
कार्रवाई में ये अधिकारी और टीम रही शामिल
यह कार्रवाई अपर आयुक्त कुमाऊं जोन राकेश वर्मा की देखरेख और संयुक्त आयुक्त विशेष अनुसंधान शाखा ठाकुर रणवीर सिंह के नेतृत्व में की गई। जिसमें उपायुक्त वि.अनु.शा. रुद्रपुर रजनीश यशवस्थी ने कार्रवाई को संपन्न कराया। विशेष टीम में विशेष अनुसंधान शाखा इकाई के अधिकारी सहायक आयुक्त राहुल कान्त आर्या, राज्य कर अधिकारी अनिल सिंह चौहान, नवीन काण्डपाल, मुकेश पाण्डे शामिल थे। विशेष अभियान के लिए गठित टीम में राज्य कर अधिकारी संदीप अरोरा, सुनीत श्रीवास्तव, कुशल रौतेला एवं मितेश्वर आनन्द, प्रशासनिक अधिकारी विशाल अग्रवाल, संजय उपाध्याय, वरिष्ठ सहायक कुसुम शामिल थे। अभियान में एसएसपी ऊधमसिंहनगर मंजुनाथ टीसी का विशेष सहयोग रहा।
राज्य कर विभाग टैक्स देने वाले लोगों को एक ओर जहां प्रोत्साहित कर रहा है, वहीं दूसरी ओर कर चोरी करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई भी की जा रही है। जीएसटी चोरी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए विभाग पूरी तरह प्रतिबद्ध है। विभाग की ओर से लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए बिल लाओ इनाम पाओ योजना भी चलाई जा रही है, ताकि प्रदेश के लोग खरीद करते समय जीएसटी बिल ले सकें। खरीद पर जीएसटी बिल लेने से कर चोरी रोकने में मदद मिल रही है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश को राजस्व भी प्राप्त हो रहा है। कर चोरी करने वाले किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा।
आयुक्त राज्य कर, उत्तराखंड डा अहमद इकबाल