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ईडी पहुंची बिल्डर मित्तल के घर, 45 करोड़ डकारने का है मामला

पुष्पांजलि इंफ्राटेक के निदेशकों पर ईडी ने दर्ज किया है मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

Amit Bhatt, Dehradun: करीब 90 फ्लैट खरीदारों के 45 करोड़ रुपये से अधिक की राशि डकार कर बैठे दून के पुष्पांजलि इंफ्राटेक के निदेशक दीपक मित्तल और राखी मित्तल के घर पर ईडी अधिकारी बुधवार को धमक पड़े। दरअसल, फ्लैट खरीदारों की रकम लेकर मित्तल दंपती वर्ष 2020 से ही फरार चल रहे हैं। दोनों के दुबई में होने की जानकारी मिली है। जबकि अन्य निदेशकों के साथ उन पर दून पुलिस व एसटीएफ के साथ ही ईडी ने भी केस दर्ज किया है। मनी लांड्रिंग में ईडी के मामले की सुनवाई स्पेशल जज, पीएमएलए की कोर्ट में चल रही है। इस वाद में मित्तल दंपती को 04 मई 2024 को कोर्ट में तलब किया गया है। हालांकि, मित्तल दंपती के निरंतर फरार चलने के कारण ईडी ने दीपक व राखी मित्तल के हरिद्वार के देवपुरा स्थित आवास पर नोटिस चस्पा किया। साथ ही उनके घर के बाहर ढोल बजाकर कोर्ट के आदेशक की जानकारी मुनादी कर सार्वजनिक की।

फ्लैट खरीदारों के साथ की गई धोखाधड़ी के मामले में पुलिस में अब तक करीब 09 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।इस घोटाले की अहम कड़ी निदेशक दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल भले ही अभी फरार चल रहे हैं, लेकिन परियोजना के अन्य निदेशक राजपाल वालिया की उत्तराखंड की एसटीएफ और इसके बाद ईडी भी गिरफ्तारी कर चुकी है। इससे पहले राजपाल वालिया की पत्नी शेफाली वालिया को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था, जबकि दीपक मित्तल के पिता अश्वनी मित्तल को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। अब केस की महज एक कड़ी दीपक और राखी की गिरफ़्तारी होनी बाकी है। ये दोनों भगौड़े आरोपित अभी दुबई में बताए जा रहे हैं और पुलिस समेत ईडी व रेरा के साथ लुका-छिपी खेल रहे हैं। ईडी की यह मुनादी इसी क्रम में की गई।

पुष्पांजलि इंफ्राटेक की परियोजना से जुड़ी अहम बातें
-पुष्पांजलि की ऑर्किड पार्क (फेज एक व दो) समेत एमिनेंट हाइट्स परियोजना के 90 के करीब फ्लैट खरीदार कब्जे के लिए चार-पांच साल से मारे-मारे फिर रहे हैं।
-बिल्डर दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल वर्ष 2020 से ही फरार हैं।
-परियोजनाओं का निर्माण वर्ष 2018 से ही बंद चल रहा है और खरीदारों के करीब 45 करोड़ रुपये फंस गए हैं।
-फ्लैट खरीदारों की ओर से रेरा में 64 से अधिक शिकायतें दर्ज हैं, जबकि पुलिस में नौ मुकदमे पंजीकृत हैं।
-परियोजना के निर्माण के लिए पीएनबी की इंदिरा नगर शाखा से लिया गया 21 करोड़ रुपये का ऋण एनपीए घोषित हो चुका है, हालांकि, खरीदारों के हित को देखते हुए सरफेसी एक्ट के तहत नीलामी पर रेरा की रोक है।
-प्रकरण में मनी लांड्रिंग को देखते हुए ईडी मार्च 2022 में परियोजना व निदेशकों के फ्लैट अटैच कर चुका है।
-रेरा ने फ्लैट खरीदारों की मांग पर अन्य बिल्डर से परियोजना पूर्ण कराने के विकल्प पर विचार किया, लेकिन प्रकरण की पेचीदगी को देखते हुए बात आगे नहीं बढ़ पा रही।
-फ्लैट खरीदारों की परेशानी को देखते हुए अब रेरा ने अन्य बिल्डर से अधूरी परियोजना को पूरा कराने की दिशा में कुछ कदम बढ़ाए हैं।
-रेरा अभी परियोजना को प्रभावी रूप से पूरा कराने की दिशा में एक्ट की धारा 08 का प्रयोग करने की तरफ बढ़ रहा है।

पुष्पांजलि और सहयोगियों के 41 खातों में 205 करोड़ के ट्रांजेक्शन
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि वर्ष 2020 में पुष्पांजलि बिल्डर्स के विरुद्ध कुछ फ्लैट खरीदारों/निवेशकों ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी। जिस पर ग्रुप के मालिक दीपक मित्तल, उसकी पत्नी राखी मित्तल और अन्य निदेशक राजपाल वालिया के खिलाफ डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज किया था। बाद में भी लगातार मिली अन्य शिकायतों के आधार पर पुलिस ने कुल नौ मुकदमे दर्ज किए। इनमें दीपक मित्तल के पिता अश्वनी मित्तल को भी आरोपित बनाया गया था।

सीए, फिल्म निर्माता और बिल्डर भी रडार पर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निवेशकों के करोड़ों हड़पने में पुष्पांजलि ग्रुप के साथ एक चार्टेड अकाउंटेंट, एक फिल्म निर्माता और एक बड़े बिल्डर के भी शामिल होने की जानकारी मिली है। गहन जांच के बाद उक्त पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल के नाम से दुबई में तीन खातों की जानकारी मिली है। हालांकि, इन खातों में अलग-अलग पते दर्ज कराए गए हैं।

 

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