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डीएम ने खाने की थाली पकड़ी और लग गईं लाइन में, लोकतंत्र के उत्सव में मिटाया फासला

पीठासीन और मतदान अधिकारियों के प्रशिक्षण में पहुंचीं जिलाधिकारी सोनिका ने दिया लोकतंत्र की समानता का परिचय

Amit Bhatt, Dehradun: लोकसभा चुनाव में लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव में हर किसी की सक्रिय भागीदारी देखने को मिल रही है। इस उत्सव को सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए निर्वाचन की पूरी मशीनरी जी-जान से जुटी है। देहरादून जिले में सोमवार से पीठासीन और मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी भी प्रशिक्षण में पहुंचकर प्रशिक्षण की व्यवस्था का परीक्षण कर रही हैं। मंगलवार को प्रशिक्षण के दूसरे दिन जिलाधिकारी सोनिका ने लोकतंत्र की समानता की भावना का परिचय दिया और भोजन की थाली हाथ में पकड़कर अन्य कार्मिकों के साथ लाइन में लग गईं।

जिलाधिकारी को लाइन में खड़ा देख भोजन बांटने वाली टीम का व्यक्ति अचरज में पड़ गया। जिलाधिकारी सोनिका ने उन्हें इशारों में भोजन परोसने के लिए कहा तो सभी समझ गए कि जिलाधिकारी कर्मचारियों के साथ ही भोजन करने वाली हैं। इस दौरान जिलाधिकारी के साथ मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान ने भी लाइन में लगकर भोजन किया। भोजन करते समय जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे कार्मिकों के अनुभव और समस्याओं को सुना। साथ ही उनकी विभिन्न शंकाओं का समाधान भी किया।

1667 कार्मिक रहे प्रशिक्षण में उपस्थित, 73 मिले अनुपस्थित
प्रशिक्षण के दूसरे दिन 1740 कार्मिकों को प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था। इस दौरान 1667 कार्मिकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया, जबकि 73 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने अनुपस्थित कार्मिकों को नोटिस जारी करने और संतोषजनक जवाब न पाए जाने की दशा में एफआइआर के निर्देश जारी किए।

निर्वाचन ड्यूटी में लगे कार्मिकों के साथ भोजन करतीं जिलाधिकारी सोनिका व सीडीओ झरना कमठान।

पोलिंग पार्टियों की भूमिका अहम, एक भी गलती पड़ सकती है भारी
जिलाधिकारी सोनिका ने उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सभागार में प्रशिक्षण के दौरान कार्मिकों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि पोलिंग पार्टियों की एक भी गलती भारी पड़ सकती है। इससे निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लग सकते हैं। लिहाजा, सभी कार्मिक भली-भांति मास्टर ट्रेनर की बात सुनें और तत्काल ही शंका का समाधान भी करा लें। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी/नोडल अधिकारी कार्मिक/स्वीप झरना कमठान, उपजिलाधिकारी मसूरी डॉ दीपक सैनी, उपजिलाधिकारी सदर हर गिरी, नगर आयुक्त ऋषिकेश शैलेंद्र सिंह नेगी, उप नगर आयुक्त गोपालराम बिनवाल, मास्टर ट्रेनर बिक्रम सिंह, सहायक नोडल अधिकारी प्रशिक्षण डा मनीष बिष्ट, गिरीश थपलियाल, संदीप वर्मा आदि उपस्थित रहे।

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