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पुलिस सीखेगी कानून का तकनीकी पक्ष, विधि छात्र व्यवहारिक ज्ञान से होंगे रूबरू

उत्तरांचल विश्वविद्यालय और पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, नरेंद्र नगर (उत्तराखंड) के बीच हुआ एमओयू, कानून के तकनीकी और व्यवहारिक पक्षों को मजबूत कर आसान होगी कानून एवं व्यवस्था की राह

Amit Bhatt, Dehradun: उत्तरांचल विश्वविद्यालय और पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज नरेंद्र नगर (उत्तराखंड) की यह पहल कानून एवं व्यवस्था की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है। इस पहल से एक तरफ पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवा पुलिस कार्मिकों को कानून के गूढ़ तकनीकी पक्षों को समझने में मदद मिलेगी, तो दूसरी तरफ विश्वविद्यालय के लॉ कॉलेज के छात्र ट्रेनिंग कॉलेज के माध्यम से कानून के व्यवहारिक पक्ष को भलीभांति समझ पाएंगे। इसके लिए उत्तरांचल विश्वविद्यालय और पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज उत्तराखंड के बीच एमओयू किया गया है।

तकनीकी और व्यवहारिक ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए किए गए एमओयू के बाद उत्तरांचल विश्वविद्यालय और पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के अधिकारी/पदाधिकारी ग्रुप पोज देते हुए।

विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेंद्र जोशी एवं पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के निदेशक डीआईजी ददन पाल के मध्य इस महत्वपूर्ण करार के दस्तावेजों का हस्तांतरण किया गया। इस खास मौके पर उपकुलपति प्रो. राजेश बहुगुणा ने बताया कि एमओयू से जहां एक ओर उत्तराखंड के पुलिस अधिकारियों को लॅा कालेज देहरादून के अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर व विशेषज्ञों का लाभ मिलेगा, वहीं दूसरी ओर लॅा कालेज के छात्र पुलिस अधिकारियों के अनुभव से लाभान्वित होंगे। छात्र कानून का व्यवहारिक कार्यान्वयन सीख पाएंगे।

डीआईजी ददन पाल ने कहा कि उत्तरांचल विश्वविद्यालय के लॅा कालेज देहरादून में कार्यरत विषय विशेषज्ञों, विधि संबंधी नवीनतम पुस्तकों से सुज्जित पुस्तकालय एवं मूट कोर्ट सहित अत्याधुनिक संसाधनों एवं आनलाइन डेटा बेस की उपलब्धता का लाभ उत्तराखंड के पुसिल कार्मिकों को मिलेगा। इसके चलते दोनों संस्थान शैक्षणिक गतिविधियों में सहयोग, कौशल और सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संयुक्त रूप से संचालित कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तरांचल विश्वविद्यालय-पुलिस ट्रेनिंग कालेज समझौता अप्रत्याशित नतीजे लाएगा।


एमओयू गठित करने के लिए आयोजित बैठक को संबोधित करते उत्तरांचल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेंद्र जोशी।

विश्वविद्यालय के अध्यक्ष जितेंद्र जोशी ने साझा पहल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एमओयू में कुछ उद्देश्यों को श्रेणीबद्ध किया गया है, लेकिन ये सीमित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों और विशेषकर लॉ कालेज देहरादून के माध्यम से कानून, अनुसंधान, नवाचार, प्रशिक्षण और आनलाइन शिक्षा का अनुप्रयोग भी इस एमओयू का भाग होगा। लॉ की शिक्षा एवं पुलिस सेवा का यह संगम सुखद फल लाएगा।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. धर्म बुद्धि ने करार को एक अनुकरणीय कदम बताते हुए कहा कि उद्योग उन्मुख पाठ्यक्रम के वर्तमान दौर में विश्वविद्यालयों एवं औद्यौगिक इकाईयों के साथ-साथ उन तमाम संस्थाओं में समझौतों और समन्वयन की आवश्यकता है, जहां विश्वविद्यालय में अर्जित शिक्षा का कार्यान्वयन होना है। इस असवर पर पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के अतिरिक्त एसपी शेखर चंद्र सुयाल, आरआई अखिलेश कुमार, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनुज कुमार राणा एवं लॉ कालेज देहरादून की प्राचार्या प्रो. पूनम रावत उपस्थित थीं।

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