पहाड़ से लेकर मैदान तक गुस्से में जन, चमोली में बाजार बंद कराए और हरिद्वार में व्यापारी धरने पर
प्रदेश में हाल के दिनों में बढ़े अपराधों को देखते हुए उठ रहे सवाल, शांत प्रदेश की फिजा बिगड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग
Amit Bhatt, Dehradun: अभिनव कुमार ने जब पुलिस महानिदेशक का पदभार ग्रहण किया था तो कुछ दिनों बाद ही 04 दिसंबर 2023 को उन्होंने हरिद्वार में पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर अपराधियों को दो टूक संदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘अपराधी उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से आ रहे हैं, मगर इलाज हम करेंगे।’ डीजीपी के स्पष्ट संदेश के अनुरूप अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है। नानकमत्ता में बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले कुख्यात अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू को पुलिस ने हरिद्वार में ही एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इसके अलावा देहरादून में भी तमाम अपराधियों को एनकाउंटर में धर-दबोचा गया। हालांकि, इतना सब होने के बाद भी अपराधी और आपराधिक छवि वाले डरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
हाल की बात की जाए तो 31 अगस्त को चमोली के घाट क्षेत्र में एक समुदाय विशेष का नाई क्षेत्र की किशोरी के साथ छेड़खानी करने के बाद उत्तर प्रदेश फरार हो गया, तो रविवार 01 सितंबर को हरिद्वार में अतिव्यस्त रानीपुर मोड़ क्षेत्र में 06 बदमाशों ने दिनदहाड़े श्री बालाजी ज्वेलर्स में 05 करोड़ रुपये के आभूषणों की डकैती कर डाली। इससे पहले ऋषिकेश में शराब माफिया के खिलाफ अभियान छेड़ने वाले आंवला न्यूज के संपादक योगेश डिमरी पर रविवार को सरेआम हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। उन्हें तमंचे से मारने की धमकी भी दी गई। वहीं, 30 अगस्त को टिहरी जैसे शांत क्षेत्र में भी 01 युवक ने दुपहिया शोरूम के कर्मचारी पर तमंचे से फायर झोंक दिया।
चमोली, हरिद्वार और ऋषिकेश की घटना को लेकर क्षेत्र की जनता, व्यापारी और सामाजिक/राजनीतिक संगठन सीधे तौर पर सड़क पर उतर आए। वहीं, इन घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। चमोली के घाट क्षेत्र के नंदानगर में व्यपारियों ने सोमवार को भी बाजार बंद किया और पुलिस-प्रशासन से आपराधिक छवि के व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई। वहीं, इसी घटना के विरोध में चमोली के जिला मुख्यालय गोपेश्वर में बाजार बंद कराने के साथ ही विरोध-प्रदर्शन किया गया। दूसरी तरफ हरिद्वार में ज्वेलर्स एसोसिएशन ने चंद्राचार्य चौक पर धरना देकर पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। व्यापारियों ने कहा कि निरंतर बढ़ रही आपराधिक वारदातों से उनमें भय व्याप्त हो गया है। व्यापारियों ने बदमाशों की शीघ्र गिरफ्तारी और माल की पूरी बरामदगी की मांग उठाई।
इसी तरह ऋषिकेश में पत्रकार योगेश डिमरी पर शराब माफिया के जानलेवा हमले के विरोध में राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी (आरआरपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल के आह्वान पर सैकड़ों लोगों ने ऋषिकेश कोतवाली पहुंचकर बिगड़ती कानून-व्यवस्था के विरोध में प्रदर्शन किया। आरआरपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस ने भले ही प्रकरण में आरोपी सुनील की गिरफ्तारी कर ली है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पत्रकार योगेश डिमरी, वीरेंद्र बिष्ट, सुरेंद्र सिंह नेगी और अरविंद हटवाल सहित एक अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। उन्होंने इस एफआईआर को वापस लेने की मांग की। इससे पहले आरआरपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेमवाल ने ऋषिकेश एम्स में भर्ती पत्रकार डिमरी का हाल जानकर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ने भी ऋषिकेश एम्स पहुंचकर घायल पत्रकार का हाल जाना। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने एम्स के निदेशक को पत्रकार को हरसंभव उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि, नंदानगर में किशोरी से छेड़छाड़ के बाद पुलिस ने तत्परता से आरोपी आरिफ को बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया। टिहरी में फायर करने के मामले में भी पुलिस ने आरोपी राजस्थान निवासी देवेंद्र गुज्जर (19 वर्षीय) को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी तरफ हरिद्वार में डकैती प्रकरण में पुलिस की अलग अलग टीम बदमाशों की धरपकड़ में जुटी हैं। सोमवार को गढ़वाल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) केएस नगन्याल ने भी बालाजी ज्वेलर्स पहुंचकर शोरूम संचालकों से बात कर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। सोमवार शाम को अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान ने प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अपराधियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने के निर्देश जारी किए।
पुलिस अपने स्तर पर अपराधियों से निपटने का हरसंभव प्रयास कर रही है। बावजूद इसके अपराधी निरंतर कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। यही कारण है कि सुरक्षा और न्याय के लिए जनता को सड़कों पर उतरने को विवश होना पड़ रहा है। अपराध की जो भी घटनाएं सामने आ रही हैं, उनमें अधिकतर में दूसरे राज्यों के अपराधियों और आपराधिक छवि के व्यक्तियों का हाथ सामने आ रहा है। लिहाजा, पुलिस को ऐसे व्यक्तियों की पहचान तेज करनी चाहिए, जो उत्तराखंड में शराब, खनन, प्रॉपर्टी और रियल एस्टेट के वैध-अवैध धंधे की आड़ में गुंडागर्दी, जालसाजी, ठगी और फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे व्यक्तियों को शह देने वाले व्हाइट कॉलर की शख्सियतों पर भी दबाव में आए बिना सख्त कार्रवाई जरूरी है।