Amit Bhatt, Dehradun: तीर्थनगरी ऋषिकेश में पत्रकार योगेश डिमरी पर शराब माफिया के जानलेवा हमले के बाद से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह एक्शन मोड में हैं। उनके सामने जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं, वह उन पर त्वरित कार्रवाई कर रहे हैं। अब उनके सम्मुख ऐसी जानकारी आई कि जिस समय पत्रकार को पीटा जा रहा था और गाली गलौज किया जा रहा था, तब वहां पर चीता के रूप में तैनात 02 पुलिस कर्मी भी उपस्थित थे। झगड़े की सूचना पर ही वह मौके पर पहुंचे थे, लेकिन अपनी ड्यूटी निभाकर मामला शांत कराने की जगह वह तमाशबीन की भांति खड़े रहे। प्रकरण में एसएसपी ने 02 पुलिस कर्मियों सिपाही अमित राणा व विश्वास तो तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि 01 सितंबर को ऋषिकेश के इंदिरा नगर में हुई घटना की जांच के दौरान सूचना पाकर चीता कर्मी सिपाही अमित राणा व विश्वास घटनास्थल पर पहुंच चुके थे। इस दौरान गाली गलौज की जा रही थी। चीता पुलिसकर्मियों ने घटना को रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए और अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही दिखाई। दोनों सिपाहियों की लापरवाही सामने आने पर सिपाही अमित राणा व विश्वास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इससे पहले एसएसपी ऋषिकेश कोतवाली और रायवाला थाने के 37 पुलिस कर्मियों को हटा चुकी है, जबकि एसओजी देहात को भंग पर सभी 11 कार्मिकों को एसओजी देहरादून से अटैच कर दिया गया है।
एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि प्रकरण में पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। योगेश डिमरी पर हमले के 24 घंटे बाद पुलिस को तहरीर मिली थी, जबकि इसके 04 घंटे के भीतर ही आरोपी हिस्ट्री शीटर सुनील गंजा को गिरफ्तार कर लिया गया। लंबे समय से उसके विरुद्ध कोई आपराधिक वाद दायर न किए जाने के चलते उसकी अन्य हिस्ट्री शीटर की भांति नियमित निगरानी भी नहीं की जा रही थी। उसे अधिकतम मामलों में न्यायालय से बरी भी किया जा चुका था। हालांकि, वर्तमान घटना सामने आने के बाद पुलिस ने बिना देरी किए आरोपी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की।
शराब तस्करों पर कार्रवाई के निर्देश
एसएसपी ने बताया कि चार धाम यात्रा या कांवड़ यात्रा जैसे बड़े आयोजनों में पुलिस व्यस्त रहती है। इसी का फायदा उठाकर माफिया शराब तस्करी करते हैं। अब पुलिस कर्मियों पर शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि शराब तस्करी रोकने का काम पुलिस के साथ-साथ आबकारी विभाग का भी है। ऐसे में जल्द ही जिला पुलिस विभाग के साथ समन्वय बनाने के लिए बैठक करेगी। इसके बाद तस्करों पर गंभीरता से कार्रवाई करने के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी। बताया कि जिन शहरों में शराब पर प्रतिबंध है, वहां पर तस्करी की आशंका बढ़ जाती हैं।