Amit Bhatt, Dehradun: देहरादून में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के वेल्हम बॉयज स्कूल में 08वीं के छात्र के यौन उत्पीड़न का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह आरोप लगाते हुए छात्र के पिता ने गुवाहाटी में जीरो एफआईआर दर्ज कराई है। जिसे अब डालनवाला कोतवाली को ट्रांसफर किया गया है। पीड़ित छात्र के पिता असम पुलिस में वरिष्ठ अफसर पद से रिटायर हैं। आरोप है कि स्कूल प्रशासन की ओर से कार्रवाई न किए जाने पर वह अपने बेटे को लेकर गुवाहाटी चले गए थे और फिर वहीं से जीरो एफआईआर दर्ज कराई। हालांकि, स्कूल प्रशासन ने आरोपों को खारिज किया है।
डालनवाला कोतवाली सर्किल के सीओ आशीष भारद्वाज के अनुसार गुवाहाटी पुलिस को दी तहरीर में शिकायतकर्ता ने बताया कि उनका बेटा वेल्हम बॉयज स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ रहा है। बेटा स्कूल के बोर्डिंग में रहता है। कुछ समय से बेटे ने जब फोन नहीं किया तो वह उससे मिलने के लिए स्कूल पहुंच गए। बेटा काफी उदास था और बार-बार पूछने पर भी कुछ नहीं बता रहा था। बेटे को भरोसे में लेकर गुमशुम रहने का कारण पूछा तो उसने बताया कि कुछ वरिष्ठ छात्रों ने उसके साथ रेगिंग की है।
साथ ही बताया कि उसका यौन उत्पीड़न भी किया गया है। शिकायतकर्ता ने इसकी सूचना स्कूल प्रशासन को दी, लेकिन आरोप है कि वहां से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद शिकायतकर्ता अपने बेटे को गुवाहाटी लेकर चले गए। वहां उन्होंने संबंधित थाने में रैगिंग व दुर्व्यवहार को लेकर एक शिकायती पत्र दिया। गुवाहटी पुलिस ने जीरो एफआइआर कर डालनवाला कोतवाली को स्थानांतरित कर दी। सीओ के मुताबिक मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही पीड़ित बच्चे व उसके पिता को देहरादून बुलाया जाएगा। पूछताछ के बाद स्कूल प्रशासन/प्रबंधन से भी पूछताछ की जाएगी।
गहनता से की जा रही है जांच: एसएसपी अजय सिंह
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह के अनुसार असम पुलिस के माध्यम से डालनवाला कोतवाली को जीरो एफआइआर प्राप्त हुई है, जिसमें शिकायतकर्ता की ओर से प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ने वाले अपने पुत्र के साथ स्कूल के हॉस्टल में वरिष्ठ छात्रों की ओर से रैगिंग कर मारपीट करने और उसका शारीरिक शोषण करने से संबंधित तथ्य सामने आए हैं। जीरो एफआइआर को डालनवाला कोवताली ट्रांसफर कर मारपीट व पोक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के मुताबिक अन्य कार्रवाई की जाएगी।
जिस तरह के आरोप लगाए गए हैं, ऐसा कुछ भी नहीं पाया गया है। स्कूल में एक शिक्षक ने छात्र के साथ कुछ गलत होने की सूचना दी थी। जिसमें स्कूल की ओर से हर स्तर पर जांच की गई। लेकिन, आंतरिक जांच में ऐसा कोई भी तथ्य सामने नहीं आया। आज एसएसपी से भी हम जाकर मिले हैं। इस पूरे मामले में जो भी प्रक्रिया है, स्कूल उसमें हर तरह से सहयोग करने को तैयार है।
अब्दुल सलीम, प्रशासक, वेल्हम बॉयज स्कूल।
बोर्डिंग स्कूलों में पहले भी सामने आते रहे हैं यौन उत्पीड़न के मामले
जीआरडी स्कूल में सामूहिक दुष्कर्म
वर्ष 2018 में जीआरडी स्कूल भाऊवाला में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। छात्रा के गर्भवती होने की बात पता चलने के बाद मामले को दबाने का भी प्रयास किया गया। इसके लिए उसे दवा बताकर ऐसा काढ़ा पिला दिया, जिससे गर्भपात तो हो गया, मगर छात्रा की जान पर बन आई थी। गनीमत रही कि छात्रा की हालत बिगड़ने पर उसकी छोटी बहन ने पिता को फोन कर देहरादून बुला लिया। इसके बाद मामले की परत दर परत खुलनी शुरू हुई तो दोषी छात्रों और प्रबंधन के गुनाहों की कहानी सामने आई।
दृष्टि दिव्यांग संस्थान में छात्राओं का शोषण
वर्ष 2018 में राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांग सशक्तिकरण संस्थान (एनआइईपीवीडी) में छात्राओं के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया था। यौन शोषण के बारे में तब पता लगा, जब यौन उत्पीड़न के शिकार छात्र-छात्राओं ने धरना प्रदर्शन शुरू किया। इस मामले की जांच शुरू हुई तो घटना की परतें खुलनी शुरू हुई। इसके बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया था। वहीं, संस्थान की निदेशक को हटाकर केवीएस राव को निदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था। इसी संस्थान में पूर्व में उत्पीड़न के विभिन्न आरोप लगते रहे हैं।
बेवर्ली हिल्स स्कूल में उत्पीड़न
वर्ष 2020 में सहस्त्रधारा रोड स्थित बेवर्ली हिल्स शालिनी स्कूल में 09 साल के छात्र को शारीरिक तौर पर प्रताड़ित का मामला सामने आया था। उसके साथ अश्लील हरकतें भी की गई थी। मामले का पता चलने के बाद परिजनों ने स्कूल के वार्डन के खिलाफ रायपुर थाने में लिखित में शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वार्डन को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, मसूरी में भी के नामी स्कूल में उत्पीड़न का मामले सामने आ चुका है।