जेल फांदने की सीढ़ी, हरिद्वार जेल से फरार हुए 02 कैदी, 01 काट रहा था आजीवन सजा
कैदियों के फरार होने से उत्तराखंड की मशीनरी में हड़कंप, कौन छोड़ गया दीवार फांदने जितनी लंबी सीढ़ी?
Amit Bhatt, Dehradun: हरिद्वार जेल से बीती रात 02 कैदी फरार हो गए। जेल की दीवार फांदने के लिए कैदियों ने सीढ़ी का प्रयोग किया। गंभीर यह कि जिस समय कैदी जेल फांद रहे थे, वहां रामलीला का मंचन चल रहा था। कैदियों के फरार होने की सूचना के बाद जेल प्रशासन से लेकर पुलिस और गृह विभाग में हड़कंप की स्थिति है। फरार कैदी में से 01 आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। यह स्थिति उस जेल की है, जिसके एक हिस्से को हाई सिक्योरिटी जेल/सेल के रूप में तैयार करने की प्रक्रिया भी गतिमान है।
कैदियों के फरारी की घटना उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रोशनाबाद स्थित जिला कारागार की है। फरार कैदियों में पंकज कुमार पुत्र मगनलाल उम्र 30 वर्ष निवासी- मकान नंबर 72 गोल भट्टा मिलाप नगर रुड़की हरिद्वार पर हत्या समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं और उसे आजीवन कारावास की सजा मिली है। पंकज कुमार बाल्मीकि गैंग की गुर्गा बताया जाता है। दूसरा फरार कैदी रामकुमार पुत्र रक्षा राम चौहान उम्र 24 वर्ष निवासी- उजेड़ी धोनीपुर गोंडा उत्तर प्रदेश है। वह विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में बंद था।
पुलिस दोनों कैदियों की तलाश में जुटी है। आईजी जेल दधिराम मौर्य के मुताबिक पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। यह निश्चित ही लापरवाही का मामला है। क्योंकि, जेल में कुछ निर्माण कार्य भी गतिमान है। जिसके चलते परिसर में लंबी सीढ़ी भी रखी थी। किसी ने भी यह नहीं सोचा कि इस सीढ़ी के माध्यम से कैदी जेल की दीवार फांदकर फरार हो सकते हैं। इसे जेल प्रशासन की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है।