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फील्ड में उतरने से पहले नए अफसरों को डीजीपी ने पिलाई अनुभव की घुट्टी

पुलिस महानिदेशक ने 10 नए पुलिस सीओ और 03 कारागार अधीक्षकों को बताई प्रशिक्षण की अहमियत

Amit Bhatt, Dehradun: पुलिस सिर्फ एक सेवा का नाम नहीं, बल्कि यह जज्बा है। ऐसा जज्बा जो चुनौतियों से निपटने को हर दम प्रेरित करता है। ऐसा जब्जा, जो नागरिकों की सेवा के लिए दिन-रात तत्पर रहता है। यह जज्बा एक पुलिस अधिकारी के भीतर तभी रच-बस सकता है, जब उसे शारीरिक और मानसिक रूप से दक्ष बनाने का प्रशिक्षण मिल सके। सम्मिलित राज्य सिविल/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2021 एक अंतर्गत चयनित 10 पुलिस उपाधीक्षकों (सीओ) और 03 कारागार अधीक्षकों को अपने अनुभव की यह घुट्टी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुभव कुमार ने पिलाई।

पुलिस मुख्यालय सभागार में डीजीपी अभिनव कुमार ने नए पुलिस उपाधीक्षकों और कारागार अधीक्षकों के साथ संवाद किया। पुलिस महानिदेशक ने चयनित अधिकारियों का उत्तराखंड पुलिस परिवार में स्वागत करते हुए उन्हें प्रदेश की भौगोलिक स्थिति, उत्तराखंड पुलिस की जनशक्ति एवं पुलिस की विभिन्न शाखा व इकाईयों के कार्यों की जानकारी दी। साथ ही शांति व कानून व्यवस्था, पर्यटन, धार्मिक पर्यटन (चारधाम यात्रा, कांवड़ मेला, महत्वपूर्ण स्नान पर्व) से संबंधित चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला।

डीजीपी अभिनव ने कहा, प्रशिक्षण पुलिस फोर्स का एक महत्वपूर्ण अंग है। आप प्रशिक्षण में जितनी मेहनत करेंगे, उतना ही फील्ड में कार्य करने में आपको आसानी होगी। वह कोशिश करेंगे कि नए अधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान शारीरिक और मानसिक रूप से दक्ष बनाया जाए सके। उन्हें सीख देते हुए कहा कि वह जिस भी स्थान पर पोस्टिंग पर जाएं, उस जगह की भौगोलिक स्थिति, संस्कृति के बारे में जरूर जानकारी हासिल करें। साथ ही उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के बारे में भी अवश्य जानकारी ग्रहण करें।

इससे उन्हें फील्ड में कार्य करने और स्थानीय लोगों के साथ समन्वय बनाने में आसानी होगी। डीजीपी ने कहा कि पुलिस फोर्स में पुलिस उपाधीक्षक एक महत्वपूर्ण पद है। विश्वास है कि अपने इस महत्वपूर्ण पद के कर्तव्य का निर्वाहन नए अधिकारी पूर्ण निष्ठा, लगन एवं पारदर्शिता के साथ करेंगे। साथ ही जनता व पुलिस के मध्य आपसी सामंजस्य एवं जनसहभागिता से अपराधों के नियंत्रण करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

इस अवसर पर अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक/विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण, डॉ. वी. मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, सीबीसीआईडी, एपी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा, बिमला गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, कारागार, नीरू गर्ग, पुलिस महानिरीक्षक पीएसी/एटीसी, कृष्ण कुमार वीके, पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना, मुख्तार मोहसिन, पुलिस महानिरीक्षक फायर सर्विस, नीलेश आनंद भरणे, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, करन सिंह नगन्याल, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र, नारायण सिंह नपलच्याल, पुलिस महानिरीक्षक सीबीसीआईडी, अरुण मोहन जोशी, पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात, आनंद शंकर ताकवाले, पुलिस महानिरीक्षक, कार्मिक, राजीव स्वरूप, पुलिस महानिरीक्षक, सुरक्षा, जनमेजय खंडूरी, पुलिस उप महानिरीक्षक, पीएसी मुख्यालय, सेंथिल अब्दई कृष्ण राज. एस, पुलिस उप महानिरीक्षक पी एंड एम, निवेदिता कुकरेती, पुलिस उप महानिरीक्षक, फायर सर्विस, पी रेणुका देवी, पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था, बरिन्दरजीत सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक, प्रशिक्षण सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

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