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उत्तराखंड के सबसे छोटे जिले में बड़ी जंग, भाजपा ने केदारनाथ में झोंकी पूरी ताकत

आशा नौटियाल को जीत दिलाने के लिए मुख्यमंत्री धामी समेत सभी मंत्री केदारघाटी में उतरे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सीधा कनेक्शन

Shrimohan Naithani, Rudraprayag: जनसंख्या और प्रशासनिक दृष्टिकोण से उत्तराखंड के सबसे छोटे जिले रुद्रप्रयाग में इस समय प्रदेश की सबसे बड़ी सियासी जंग चल रही है। महज 90 हजार मतदाताओं वाली केदारनाथ विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। इस सीट से भाजपा का चेहरा पूर्व में 02 बार की विधायक रह चुकीं आशा नौटियाल हैं। यह जीत आशा नौटियाल से कहीं अधिक धामी सरकार के लिए नई आशा लेकर आएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही इस चुनाव से भाजपा की भी प्रतिष्ठा जुड़ी है। क्योंकि, केदारनाथ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सीधा कनेक्शन है। केदारनाथ आपदा के बाद समूचे धाम को संवारने में न सिर्फ मोदी विजन नजर आया है, बल्कि स्वयं प्रधानमंत्री मोदी भी केदारनाथ बाबा की दर पर आते रहे हैं।

केदारनाथ सीट के उपचुनाव में प्रचार का शोर आज थम जाएगा और 20 नवंबर को सीट के लिए 90 हजार से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। अब तक मतदाता भी तय कर चुके हैं कि उन्हें किस पर अपना भरोसा जताना है। इससे पहले भाजपा ने उपचुनाव के लिए अपने सभी दिगज्जों और मंत्रियों को क्षेत्र में उतारा और मुख्यमंत्री धामी भी केदारनाथ में खूब सक्रिय रहे। भाजपा इस सीट पर कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पूरी ताकत के साथ बदरीनाथ और मंगलौर की कहानी को यहां न दोहराने के लिए राजनीतिक कौशल दिखाया गया है।

आशा की सहज और सरल छवि को भुना रहे, मातृ शक्ति रही है निर्णायक
भाजपा पूर्व में 02 बार की विधायक रहीं आशा नौटियाल की सहज और सरल छवि को भुनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहीं। यह बात सही भी है कि आशा नौटियाल की छवि जनता के बीच एक राजनीतिज्ञ से बढ़कर एक सरल और मिलनसार महिला की रही है। दूसरी तरफ वोट बैंक के गणित को देखा जाए तो केदारनाथ सीट पर महिला मतदाताओं का ही दबदबा रहा है। चुनाव परिणाम को तय करने में मातृ शक्ति के मत की ताकत को इस सीट पर साफ देखा जा सकता है।

जीत और मत प्रतिशत में महिलाऐं रहीं आगे
राज्य गठन से अब तक केदारनाथ सीट पर हुए 05 चुनावों में से 04 बार महिला उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई है। इसके अलावा इस सीट पर महिला मत प्रतिशत भी अधिक देखा गया है। जो मातृ शक्ति की ताकत को स्पष्ट रूप में बयां करता है। वर्ष 2022 के चुनाव पर ही नजर डाली जाए तो महिलाओं पर मत प्रतिशत 69.61 प्रतिशत रहा, जबकि पुरुष मतदाताओं ने महज 60.29 प्रतिशत मतदान किया। मतों के इस गणित को अपने पक्ष में करने के लिए भी भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।

केदारनाथ सीट पर मतदाताओं का गणित
कुल मतदाता, 90875
महिला मतदाता, 45956
पुरुष मतदाता, 44919
दिव्यांग मतदाता, 1092
कुल बूथ संख्या, 173
मतदान का दिन, 20 नवंबर
मतगणना तिथि, 23 नवंबर

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आशा नौटियाल का परिचय

आशा नौटियाल (जन्म 25 जून, 1969) एक वरिष्ठ भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में उत्तराखंड में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं। आशा नौटियाल उत्तराखंड राज्य की केदारनाथ विधानसभा में वर्ष 2002 से 2012 तक भाजपा से दो बार विधायक रह चुकी हैं।

राजनीतिक जीवन
1996 जिला पंचायत सदस्य ऊखीमठ वार्ड (निर्विरोध)
1997-1998 जिला उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी
1999 जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा रुद्रप्रयाग
2002 विधायक केदारनाथ
2007 विधायक केदारनाथ
2009-2011 संसदीय सचिव
2014 लोकसभा चुनाव में केदारनाथ विधानसभा चुनाव संयोजक
वर्तमान में आशा नौटियाल महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं।

मनोज रावत का परिचय
मनोज रावत एक उत्तराखंडी राजनेता हैं। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य हैं। वर्ष 2017 में वह केदारनाथ सीट से विधायक का चुनाव जीते। एआईसीसी सदस्य भी रहे। अपने विधायक कार्यकाल के दौरान वह जनता के मुद्दों पर सक्रिय रहे।

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