कुत्तों ने 05 लाख लोगों को काट डाला, खूंखार स्थिति को दर्शाते 16 साल के आंकड़े
आक्रामक कुत्तों पर लगाम लगाने में सिस्टम अभी भी असफल

Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड की गलियों में तमाम जिंदगियां खूंखार कुत्तों के जबड़े में नजर आती है। आक्रामकता को दर्शाने वाले आंकड़े डराने वाले हैं। बीते 16 वर्षों में कुत्ते 05 लाख से अधिक लोगों को काट चुके हैं। कुत्तों की जानलेवा गुर्राहट शहरों में गली-गली नजर आती है और इनके आगे सिस्टम मौन नजर आता है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2009 से अब तक 5.4 लाख से अधिक लोग डॉग बाइट (कुत्तों के काटने) का शिकार हो चुके हैं, जबकि सिर्फ 2025 में ही 24,600 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं।
देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी और ऋषिकेश जैसे शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। डॉग वैक्सीन की कमी और नगर निगमों की उदासीनता के चलते लोग अब अपनी सुरक्षा खुद करने पर मजबूर हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि “हर गली में 10–12 आवारा कुत्ते घूमते हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं!” यह स्थिति अघोषित आतंक जैसी भी है। पशु-प्रेम और नागरिक सुरक्षा के बीच टकराव अब सामाजिक मुद्दा बन चुका है।