रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में एफआईआर के 04 महीने बाद बरेली का स्वर्ण सिंह गिरफ्तार
राजेंद्र नगर कौलागढ़ में भूमि की फर्जी रजिस्ट्री तैयार कर उसे सब रजिस्ट्रार कार्यालय में दाखिल कराने का है मामला
Amit Bhatt, Dehradun: रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में एफआईआर के करीब 04 माह बाद एक और आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। यह फर्जीवाड़ा राजेंद्र नगर कौलागढ़ क्षेत्र में एक जमीन की फर्जी रजिस्ट्री तैयार कर उसे सब रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकार्ड रूम में दाखिल कराए जाने से जुड़ा है। इस मामले में एसआइटी ने बरेली निवासी स्वर्ण सिंह को गिरफ्तार किया है। इसका मुकदमा एआईजी (सहायक महानिरीक्षक) स्टांप संदीप श्रीवास्तव ने 17 सितंबर 2023 को मुकदमा दर्ज कराया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह के मुताबिक राजेंद्र नगर कौलागढ़ की 559 वर्ग गज जमीन को आरोपित स्वर्ण सिंह निवासी मनवापट्टी बरेली (उत्तर प्रदेश) ने फर्जी ढंग से अपने नाम चढ़वा लिया था। इस भूमि को वर्ष 1989 में रजिस्ट्री संख्या 10491 के माध्यम से विक्रय किया जाना दिखाया गया। बताया गया कि भूमि को उसके मूल मालिक राजेंद्र नगर निवासी प्यारे लाल कौल ने स्वर्ण सिंह को विक्रय किया है। जिसके बाद स्वर्ण सिंह ने संपत्ति को उपहार पत्र के माध्यम से अन्य व्यक्तियों को हस्तांतरित कर दिया। इस भूमि पर छह कमरों का घर और एक छोटा बगीचा है। साथ ही संपत्ति पर मालिकाना हक प्राप्त करने के लिए कोर्ट व नगर निगम में वाद भी दायर कर दिया गया।
इस रजिस्ट्री का परीक्षण करने पर पाया गया कि रजिस्ट्री संबंधित जिल्द में अंतिम दस्तावेज के रूप में दर्ज की गई है। जिसे टेप के माध्यम में चिपकाया जाना प्रतीत होता है। साथ ही रजिस्ट्री के ऊपर चस्पा बट फटा हुआ पाया गया, जबकि उस दौरान की अन्य रजिस्ट्रियों में बट स्पष्ट रूप से क्रम में पाए गए। इसके अलावा रजिस्ट्री में नीली स्याही का प्रयोग मिला। अन्य रजिस्ट्रियों में काली रंग की स्याही का प्रयोग पाया गया। परीक्षण में इस रजिस्ट्री में मुहर और लिखावट में भी भिन्नता पाई गई है। जिसके आधार स्पष्ट किया गया कि फर्जी रजिस्ट्री को तैयार कर उसे सब रजिस्ट्रार कार्यालय के रिकार्ड में दाखिल कर मूल अभिलेख गायब कर दिए गए हैं। तब एआईजी स्टांप की शिकायत पर पुलिस ने 17 सितंबर 2023 को अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था।
रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में 20 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके गिरफ्तार, 02 मुकदमों में चार्जशीट
एसआईटी प्रभारी सर्वेश पंवार ने बताया कि रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में अब तक 20 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ ही 09 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और दो में चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है। वहीं, एक मुख्य आरोपित केपी सिंह की सहारनपुर जेल में मौत हो चुकी है।