Amit Bhatt, Dehradun: कैंट बोर्ड क्लेमेंटाउन में दुकान का म्यूटेशन कराने के एवज में घूस मांगना दो कर्मचारियों को भारी पड़ गया। ये कर्मचारी बार-बार दुकान संचालक से रिश्वत की मांग कर रहे थे। जिसकी मोबाइल से रिकॉर्डिंग कर दुकान संचालक ने सीबीआई देहरादून के अधिकारियों को दे दी। फिर क्या था सीबीआई की टीम ने एफआईआर दर्ज की और दोनों कर्मचारी (डॉग शूटर अरुण कुमार और चौकीदार निपिन बिंदल) को गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई में दर्ज कराई गई शिकायत में क्लेमेंटाउन कैंट बोर्ड के पोस्ट ऑफिस रोड निवासी नितेश कुमार ने कहा कि उनकी कपड़ों की दुकान है। दुकान का म्यूटेशन अपने नाम कराने के लिए उन्होंने कैंट बोर्ड में प्रार्थना पत्र दिया था। इस संबंध में सभी आवश्यक दस्तावेज 25 फरवरी 2024 को बोर्ड कार्यालय में कर्मचारी निपिन बिंदल को जमा कराए थे। उस समय वहां पर अरुण कुमार भी उपस्थित था। जब उन्होंने यह पूछा कि म्यूटेशन कब तक हो जाएगा तो उनसे 2500 रुपये की रिश्वत मांगी गई। साथ ही सब डिवीजन चार्ज के रूप में 12 हजार रुपये जमा कराने को भी कहा गया।
शिकायत के मुताबिक 26 फरवरी को जब नितेश कुमार दोबारा कैंट बोर्ड कार्यालय पहुंचे तो वहां पर अरुण कुमार मिले। जिनके माध्यम से सब डिवीजन चार्ज के 12 हजार रुपये ऑनलाइन जमा करा दिए गए। साथ ही म्यूटेशन के बारे में पूछा तो फिर से 2500 रुपये की मांग की गई। कहा गया कि रकम मिलते थी म्यूटेशन करा देंगे। इस वार्तालाप की रिकॉर्डिंग नितेश कुमार ने अपने मोबाइल से कर ली। उन्होंने शिकायत के साथ रिकॉर्डिंग वाला एसडी कार्ड भी सीबीआई को सौंप दिया। इसी क्रम में सीबीआई देहरादून शाखा के अधीक्षक सतीश कुमार राठी ने एफआईआर दर्ज कर दोनों कर्मचारियों को गिरफ्तार करवा लिया। साथ ही आगे की कार्रवाई कर इस तरह के प्रकरण के संलिप्त अन्य कार्मिकों की जांच भी शुरू कर दी गई है।