crimepoliceUttarakhand
पासपोर्ट सत्यापन का काला खेल, दबोचे गए सब इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल
पासपोर्ट सत्यापन के लिए मांगी जा रही थी घूस, विजिलेंस हल्द्वानी ने 2000 रुपए के साथ की गिरफ्तारी
Amit Bhatt, Dehradun: पासपोर्ट में दलाली का खेल बहुत पुराना है। पहले यह खेल पासपोर्ट कार्यालय में सक्रिय रहने वाले दलालों के माध्यम से चलता था। दूसरी तरफ आवेदकों का सत्यापन के लिए एलआईयू के कार्मिक भी पैसे ऐंठते। पासपोर्ट के दलालों पर तमाम ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद काफी हद तक अंकुश लग चुका है, लेकिन सत्यापन का खेल एक अवैध रस्म की भांति बदस्तूर जारी है। हालांकि, संभवतः यह पहली बार है, जब विजिलेंस ने सत्यापन की दलाली में पुलिस कार्मिकों पर हाथ डाला गया है। जिसमें विजिलेंस की हल्द्वानी सेक्टर की टीम ने 2000 रुपए की घूस लेते एलआईयू रामनगर के सब इंस्पेक्टर सौरभ राठी और हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
विजिलेंस के एसएसपी धीरेंद्र गुंज्याल के मुताबिक शिकायतकर्ता ने पासपोर्ट के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था। इस क्रम में एलआईयू रामनगर को उनके पते आदि का सत्यापन करना था। आरोप है कि सत्यापन के नाम पर आवेदक से 2500 रुपए मांगे गए। शिकायतकर्ता पैसे देने को तैयार नहीं था और वह घूसखोर कार्मिकों पर कार्रवाई चाहता था। लिहाजा, भ्रष्टाचार निरोधी हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त शिकायत के क्रम में ट्रैप टीम का गठन किया गया।
शनिवार को शिकायतकर्ता जब घूस देने के लिए जब रामनगर स्थित एलआईयू कार्यालय पहुंचा तो ट्रैप टीम ने भी जाल बिछा लिया। शिकायतकर्ता ने घूस के 2000 रुपए सब इंस्पेक्टर राठी की तरफ बढ़ाए उसने यह राशि हेड कांस्टेबल गुरप्रीत को पकड़ाने का इशारा किया। जिस पर राशि हेड कांस्टेबल को थमा दी गई। तभी विजिलेंस की टीम पहुंच गई और सब इंस्पेक्टर के साथ ही हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया।