Dehradundm dehradun

डीएम पहुंचे शराब खरीदने, सेल्समैन ने 660 की बोतल के मांगे 680 रुपए

ओवर रेटिंग की पड़ताल करने आम ग्राहक बनकर ठेके पर पहुंचे डीएम बंसल, एमआरपी गिनाने पर डीएम से ही झगड़ पड़ा सेल्समैन, किया 50 हजार का चालान

Amit Bhatt, Dehradun: देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल बुधवार शाम को अचानक अपनी कार पर सवार हुए और स्वयं ही ड्राइव करते हुए शराब ठेके पर पहुंच गए। उन्होंने ओल्ड मसूरी रोड स्थित शराब ठेके के सेल्समैन से मैक-डॉवल व्हिस्की की बोतल देने को कहा। सेल्समैन ने भी तपाक से 680 रुपए मांग लिए। जिलाधिकारी ने एमआरपी के हिसाब से 660 रुपए वसूलने की बात कही तो सेल्समैन उनसे झगड़ पड़ा। हालांकि, जब उसे पता चला कि शराब खरीदने वाले जिलाधिकारी हैं तो उसके चेहरे की हवाइयां उड़ गई। ओवर रेटिंग पर ठेके के विरुद्ध 50 हजार रुपए की चालानी कार्रवाई की गई है। इसके अलावा प्रशासन की अन्य टीम ने भी शराब ठेकों पर छापा मारा। कुल 04 ठेकों की जांच में पकड़ी गई ओवर रेटिंग में 2.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।

जिलाधिकारी सविन बंसल को शराब के ठेकों पर ओवर रेटिंग की शिकायत मिल रही थी। साथ ही यह भी बताया जा रहा था कि एमआरपी के हिसाब से शराब बेचने पर सेल्समैन मारपीट पर भी उतारू हो जाते हैं। इसी बात की तस्दीक के लिए जिलाधिकारी बंसल ने स्वयं शराब ठेके पर ग्राहक की भांति जाकर पड़ताल करने का निर्णय लिया। वह किसी को बिना बताए अपनी निजी कार से ही शराब ठेके पर पहुंचे थे। जिलाधिकारी के इस एक्शन के बाद अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे।

इसके साथ ही जिला अधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, उपजिलाधिकारी हरि गिरी, उपजिलाधिकारी शालिनी नेगी ने भी शराब ठेकों पर छापेमारी की। जिसके क्रम में चूना भट्टा स्थित शराब ठेके पर 75 हजार रुपये, सर्वे चौक स्थित शराब ठेके पर 75 हजार रुपये, जबकि जाखन स्थित दुकान पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। उधर, देर रात तक जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय की टीम भी ठेकों की जांच में जुटी थी। आबकारी विभाग की जांच में भी शराब में एमआरपी से अधिक की वसूली की बात सामने आई।

60 रुपए तक अधिक वसूली
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि शराब ठेकों की जांच में पाया गया कि प्रति बोतल 10 रुपए से लेकर 60 रुपए तक अधिक वसूल किए जा रहे हैं। यह बात भी सामने आई है कि ठेकों के सेल्समैन का व्यवहार ग्राहकों के प्रति सही नहीं रहता है।

जिलाधिकारी ने देखा अपमानजनक व्यवहार
शराब ठेके पर छापेमारी के दौरान जैसा बर्ताव जिलाधिकारी ने स्वयं के प्रति पाया, उसी तरह का व्यवहार सेल्समैन अन्य नागरिकों के साथ भी कर रहे थे। शराब खरीदने पहुंचे ग्राहकों से भी जिला प्रशासन ने बात की और उनके अनुभव सुने। ग्राहकों ने बताया कि ओवर रेटिंग आम है और एमआरपी का जिक्र करने पर सेल्समैन मारपीट पर तक उतारू हो जाते हैं।

ओवर रेटिंग पर कार्रवाई का यह नियम
पहली बार, 50 हजार रुपए का चालान
दूसरी बार, 75 हजार रुपए का चालान
तीसरी और अधिक बार, 01 लाख रुपए का चालान

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button