
Amit Bhatt, Dehradun: देहरादून और आसपास के इलाकों में नशे के शौकीन माहौल खराब कर रहे हैं। इसमें युवक ही नहीं युवतियां अब पीछे नहीं। गुरुवार शाम देहरादून के भोगपुर क्षेत्र स्थित शीला चौकी मार्ग पर नशे में धुत युवाओं ने सड़क पर जमकर उत्पात मचाया। इस घटनाक्रम में तीन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि कई युवक और युवतियां आपस में उलझते हुए पथराव पर उतर आए। घटना के दौरान सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और पहाड़ की शांत वादियों में देर तक हंगामा जारी रहा।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सूर्यधार झील की ओर से आ रही तेज गति की एक काले रंग की स्कॉर्पियो (जिस पर भाजपा का झंडा लगा था) ने भोगपुर में ग्राम काटल शिव मंदिर के पास एक सफेद स्विफ्ट कार को टक्कर मार दी। स्कॉर्पियो में सवार देहरादून निवासी दो युवक और दो युवतियां पूरी तरह नशे में थे। टक्कर के बाद दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई, और इसी दौरान स्कॉर्पियो सवार युवक ने नोटों की गड्डियां हवा में उछालते हुए अपनी अमीरी का प्रदर्शन शुरू कर दिया।
विवाद को बढ़ता देख डोईवाला निवासी चार युवक अपनी वरना कार में मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों से मार्ग खाली करने को कहा। इस पर स्कॉर्पियो सवार युवक और युवतियां इन युवकों से भी उलझ गए और उन पर भी नोटों की गड्डियां उछालते हुए अभद्र व्यवहार किया। जब इन युवकों ने विरोध किया, तो स्कॉर्पियो सवारों ने उनकी कार पर पथराव शुरू कर दिया।
स्थिति तब और बिगड़ गई जब वरना सवार युवकों ने उतरकर एक नशे में धुत युवक की पिटाई कर दी। झगड़े से गुस्साए स्कॉर्पियो सवार युवक ने बड़े पत्थर उठाकर वरना कार पर फेंकने शुरू कर दिए। इसके जवाब में वरना चालक ने उस युवक पर कार चढ़ा दी और उसे पीछे धकेलते हुए घटनास्थल से रवाना हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही रानीपोखरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी युवक-युवतियों को थाने ले जाया गया। रानीपोखरी थानाध्यक्ष विकेंद्र कुमार चौधरी ने जानकारी दी कि सभी पक्षों के बीच देर रात आपसी समझौता हो गया है। हालांकि, पुलिस ने तीनों वाहनों को मोटर वाहन अधिनियम (MV Act) के तहत सीज कर दिया है।
इस पूरी घटना का वीडियो स्थानीय लोगों ने अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। क्षेत्र में इस तरह के उपद्रव से स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
शांत पहाड़ी क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएं न केवल सामाजिक विघटन को दर्शाती हैं, बल्कि यह भी बताती हैं कि नशे और गैर-जिम्मेदार व्यवहार किस तरह आम जनजीवन को प्रभावित कर सकता है। प्रशासन को ऐसे मामलों में कठोरता से पेश आने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।