दून में साथ में शराब पीकर 3000 के लिए साथी को जान से मार डाला
देहरादून के लालपुल के नीचे मिला था शव, पुलिस ने एक हत्यारे को किया गिरफ्तार
Amit Bhatt, Dehradun: देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में कई दिन पूर्व मिले अज्ञात शव की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने एक हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। दो अन्य साथियों की स्कूटी चोरी और नशा तस्करी में गिरफ्तार किया जा चुका था। आरोपितों ने साथ में शराब पी और पैसों के लिए आपस में झगड़ा होने पर अपने साथी का सिर फोड़ दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपिताें ने शव को अपने कमरे में रखा। जिस पर तीन दिन बाद शव से बदबू आने लगी। आरोपितों ने कंबल में लपेटकर शव लालपुल से नीचे बिंदाल नदी में फेंक दिया।
बीते 30 सितंबर को चौकी प्रभारी बाजार को सूचना प्राप्त मिली कि लालपुल के नीचे चमनपुरी में बिंदाल नदी में एक शव संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा हुआ है। मृतक की उम्र तकरीबन 25-27 वर्ष थी, शव 6-7 दिन पुराना प्रतीत हो रहा था। घटनास्थल की वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी की गई। अज्ञात शव की शिनाख्त के लिए जनपद के सभी थानों व अन्य जनपदों में व्हाट्सएप के माध्यम से मृतक की शिनाख्त संबंधी पंफ्लेट बांटे गए और शव को शिनाख्त के लिए उसे मोर्चरी में रखा गया। बीते दो अक्टूबर को मृतक के बडे़ भाई काशी राम ने शव की शिनाख्त शिव कुमार उर्फ बबलू निवासी ग्राम गढा, कमलरौली अमेठी उत्तर प्रदेश हाल पता पटेलनगर देहरादून के रूप में की।
बीते 10 अक्टूबर को काशी राम ने अपने भाई शिव कुमार उर्फ बबलू की हत्या आशंका जताते हुए थाना पटेलनगर पर शिकायत दी। पुलिस ने मृतक के फोन नंबर की काल डिटेल निकाली और परिचितों से पूछताछ की। पुलिस टीम को मृतक के आखिरी बार ऋषभ गुप्ता नामक व्यक्ति के घर जाने व अगले दिन उसके फोन को पप्पू नामक व्यक्ति द्वारा ले जाने की जानकारी मिली। जिस पर पुलिस टीम द्वारा पप्पू नाम के व्यक्ति की तलाश की गई तथा मुखबिर की सूचना पर आशीष उर्फ पप्पू निवासी गंदा नाला के पास नगर निगम कांप्लेक्स कोतवाली नगर जनपद देहरादून को गुरुवार को भंडारीबाग एसजीआरआर हास्टल के सामने से गिरफ्तार किया गया। आरोपित के पास से मृतक शिव कुमार का मोबाइल फोन बरामद किया गया।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि मृतक शिव कुमार 25 सितंबर को ऋषभ गुप्ता के घर आया था, जहां पर ऋषभ गुप्ता, शुभम उर्फ खस्ता व आशीष उर्फ पप्पू पहले से ही मौजूद थे। उन सब ने साथ मे बैठकर शराब पी। इस दौरान मृतक के पास रखे साढे़ तीन हजार रुपये को लेकर उनका आपस मे झगड़ा हो गया और तीनों आरोपितों ने शिव कुमार के सिर पर डंडे से वार कर दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। तीनों आरोपित मकान पर ताला लगाकर चले गए। तीन दिन तक मृतक के शव को कमरे में ही रखा, जब शव से बदबू आने लगी तो ऋषभ गुप्ता ने कोतवाली क्षेत्र से एक स्कूटी चोरी की और उसी चोरी की स्कूटी से शव को कंबल पर लपेटकर लालपुल से नीचे फेंक दिया। उसके बाद गांधीग्राम सत्तोवाली घाटी से होते हुए वापस घर पर आ गए।
आरोपित ऋषभ गुप्ता स्कूटी चोरी के मामले में 30 सितंबर को कोतवाली नगर से जेल जा चुका है और दूसरे आरोपित शुभम उर्फ खस्ता को एक अक्टूबर को थाना वसंत विहार पुलिस की ओर से एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार कर लिया था।