दून की खाली और बदरंग दीवारों पर दिखने लगी प्रदेश की विरासत की छाप
एमडीडीए उपाध्यक्ष तिवारी ने की ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा
Amit Bhatt, Dehradun: दून शहर की जो दीवारें खाली थीं या बदरंग थीं, उनमें प्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की छाप नजर आने लगी है। दीवारों पर यह रंग-रोगन दिसंबर में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के मद्देनजर किया जा रहा है। समिट से पहले दून संवर जाएगा। शहर के चयनित प्रमुख मार्गों पर भवनों के अग्र भाग में एक रूपता दिखेगी। दुकानों के साइनबोर्ड भी एक रूप में नजर आएंगे। इसके साथ ही 111 किलोमीटर के मार्गों को बेहतर स्थिति में किया जाएगा। इन कार्यों का बीड़ा एमडीडीए ने उठाया है और सभी कार्यों को समय पर गुणवत्ता के साथ पूरा कराने के लिए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने अधिकारियों की बैठक ली।
एमडीडीए उपाध्यक्ष ने गतिमान कार्यों के साथ ही किए जाने वाले सभी कार्यों पर अपडेट लिया। उन्होंने कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर आयोजन स्थल एफआरआइ तक 111 किलोमीटर की सड़कों पर सुधारीकरण, फुटपाथ निर्माण, लैंडस्केपिंग आदि कार्यों को शुरू कराया जा चुका है। विभिन्न कार्यों के लिए 78.5 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा कराने के लिए अलग-लग टीमों का गठन किया गया है। विकास कार्यों में हरित दून व स्वच्छ दून की थीम का पालन कराया जा रहा है। बैठक में सचिव मोहन सिंह बर्निया, अधीक्षण अभियंता एचसीएस राणा, अधिशासी अभियंता सुनील कुमार, उद्यान अधिकारी आशाराम जोशी आदि उपस्थित रहे।
प्रमुख प्रतिष्ठानों की दीवारों पर उकेरी जा रही प्रदेश की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत
एमडीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि सर्वे ऑफ इंडिया, डीआरडीओ, दून स्कूल समेत अन्य प्रतिष्ठानों की दीवारों पर उत्तराखंड की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत को पेंटिंग के माध्यम से उकेरा जा रहा है। इसके अलावा इसमें जनउपयोगी संदेश भी दर्शाए जा रहे हैं।