चीला हादसा: इलेक्ट्रिक सफारी वाहन ट्रायल में दुर्घटनाग्रस्त, दो रेंजर की मौत, महिला एसीएफ लापता
वाहन में सवार थे 10 अधिकारी व कार्मिक, 05 हुए घायल, चीला रेंजर शैलेश घिल्डियाल के भाई मंगेश घिल्डियाल पीएमओ में हैं उपसचिव
Amit Bhatt, Dehradun: सोमवार को दुःखद घटना में वन विभाग के अधिकारियों का वाहन ऋषिकेश व चीला के बीच नहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बताया जा रहा है कि वाहन में वन विभाग की सहायक वन संरक्षक (एसीएफ)/वाइल्ड लाइफ वार्डन आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी (रेंजर) चीला शैलेश घिल्डियाल, डिप्टी रेंजर प्रमोद ध्यानी, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आरके नौटियाल समेत कुल 10 कार्मिक सवार थे। इस हादसे में रेंजर शैलेश घिल्डियाल व प्रमोद ध्यानी सहित सैफ अली खान व कुलराज की मृत्यु हो गई। जबकि वार्डन/एसीएफ आलोकी लापता हैं। वहीं, हादसे में राजाजी नेशनल पार्क के पशु चिकित्सक डॉ राकेश नौटियाल, अंकुश, वाहन चालक अमित सेमवाल व अश्वनी बिजू घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक वन विभाग की टीम ने चीला नहर रोड पर नए इंटरसेप्टर इलेक्ट्रिक वाहन का ट्रायल किया था। जिसके बाद सभी अधिकारी व कार्मिक गौहरी रेंज की तरफ जा रहे थे। पुलिस के मुताबिक इसी दौरान कार सड़क किनारे एक पेड़ से टकराई और फिर असंतुलित होकर नहर के पैराफिट/सेफ्टी वॉल से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि एसीएफ आलोकी कार से छिटककर नहर में जा गिरी। हादसे के बाद से वन विभाग सकते में है। तमाम अधिकारी घटनास्थल की तरफ रवाना हो गए थे। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और वन विभाग के अधिकारी भी घटना की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
हादसे का शिकार हुए रेंजर शैलेश घिल्डियाल पीएमओ में तैनात आईएएस अफसर मंगेश घिल्डियाल के भाई थे। उधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के कार्मिकों के परिजन एम्स पहुंचे। वन विभाग के अधिकारियों ने भी अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। पुलिस के मुताबिक लापता अधिकारी आलोकी की तलाश पूरी होने तक रेस्क्यू जारी रहेगा। सूत्रों के मुताबिक देर रात तक एसीएफ आलोकी के शव को बैराज के पास से बरामद कर लिया गया था। हालांकि, इसकी पुष्टि होनी अभी बाकी है।