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एमडीडीए इंजीनियर से एआई ने ठग लिए पौने 06 लाख, बेटे की गिरफ्तारी का दिखाया भय
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से निकाली बेटे की आवाज, गिरफ्तारी का दिखाया भय
Amit Bhatt, Dehradun: एआई यानी आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस समाज के लिए साइबर ठगी का नया खतरा बनता दिख रहा है। अब इसका शिकार बने हैं मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के सहायक अभियंता प्रेमपाल (पीपी) सिंह। साइबर ठगों ने एआई के माध्यम से उनके बेटे की आवाज निकाली और भय दिखाया वह गिरफ्तार को चुका है। यदि बेटे को छुड़वाना है तो पैसों का इंतजाम करो। इस तरह साइबर ठगों ने पीपी सिंह से पौने 06 लाख रुपये ठग लिए।सहायक अभियंता पीपी सिंह का बेटा घर से दूर जयपुर में एमबीबीएस कर रहा है। ऐसे में पीपी सिंह किसी अनहोनी की आशंका से घिर गए और साइबर ठगों के जाल में फंस गए।
पटेलनगर कोतवाली के निरीक्षक कमल कुमार लुंठी के अनुसार प्रेमपाल सिंह निवासी त्रिनेत्र विहार कारगी चौक, पटेलनगर ने शिकायत दी कि 02 जनवरी को उनके मोबाइल नंबर पर वाट्सएप से कॉल आया। व्यक्ति ने कहा कि वह जयपुर पुलिस मैं तैनात है। आपका बेटा जयपुर में एमबीबीएस कर रहा है, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक पार्टी में किसी अधिकारी की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर लिया है। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। व्यक्ति ने उनके बेटे की आवाज भी सुनाई।
व्यक्ति ने तत्काल कुछ रुपये जमा करने को कहा और आश्वासन दिया कि यदि आप धनराशि जमा कर दोगे तो वह आपके बेटे को डीएनए टेस्ट व जेल जाने से बचा लेगा।
बच्चे के भविष्य को खतरे में देखते पीड़ित पीपी सिंह ने व्यक्ति पर विश्वास कर डर के मारे उनके बताए खाते में पांच लाख 75 हजार रुपये डाल दिए। इंस्पेक्टर लुंठी के अनुसार प्रेमपाल की पत्नी ने जब बाद में बेटे को फोन किया तो उसने बताया कि वह ठीक है और इस समय होस्टल में है। यही नहीं छात्र ने अपने साथियों से भी बातचीत करवाई। इसके बाद उन्हें पता चला कि उनके साथ साइबर ठगी हो गई है। पुलिस ने प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।