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वीडियो: दून में चारों तरफ गुलदार का आतंक, अब रिस्पना किनारे पिकनिक मनाने गए बच्चों पर झपटा

दून के सोंधोवाली की है घटना, हमले में गंभीर रूप से घायल बच्चा

Amit Bhatt, Dehradun: दून के ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदारों की दहशत बढ़ती ही जा रही है। सिगली के बाद अब सहस्रधारा रोड के पास सोंधोवाली में गुलदार ने एक बालक पर हमला कर दिया। जिसमें बालक बुरी तरह घायल हो गया। शोर मचाने पर आसपास के लोग वहां पहुंचे और गुलदार को खदेड़ा। क्षेत्रवासियों ने 108 के माध्यम से बालक को दून अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका उपचार किया जा रहा है। सूचना पर वन विभाग की रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंच गई और गुलदार की तलाश में देर रात तक कांबिंग करती रही। इस घटना के बाद घायल बच्चे का ह्रदयविदारक वीडियो सामने आया है। जिसमें बच्चा लाहूलिहान दिख रहा है।

रविवार शाम को 12 वर्षीय निखिल अपने दो-तीन दोस्तों के साथ सोंधोवाली में रिस्पना नदी के किनारे पिकनिक मनाने गया था। तभी जंगल की ओर से गुलदार ने निखिल पर हमला कर दिया। उसके चीखने-चिल्लाने से गुलदार पीछे हट गया। तभी आसपास के भी कुछ लोग मौके पर पहुंच गए और गुलदार को जंगल में खदेड़ दिया गया। घटना की सूचना आइटी पार्क पुलिस और वन विभाग की रायपुर रेंज को दी गई। जिस पर वन कर्मी और पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायल बालक को तुरंत 108 बुलाकर दून अस्पताल पहुंचाया गया। बालक के सिर पर गुलदार के पंजों से गहरे घाव बन गए और काफी मात्रा में सिर से खून बह रहा था। अस्पताल में घायल बालक को आइसीयू में रखकर उपचार किया जा रहा है। उधर, वन विभाग की रेस्क्यू टीम के सदस्य जितेंद्र बिष्ट ने बताया कि सूचना मिलने पर क्षेत्र में कांबिंग शुरू कर दी गई है। यहां गुलदार की चहलकदमी की सूचना पूर्व में नहीं दी गई थी। रायपुर रेंज के अधिकारियों ने गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजड़ा भी लगाने की बात कही है। बालक निखिल के पिता शेरबहादुर ने बताया कि वे हाल में कंडोली क्षेत्र में रहते हैं। उनका बेटा जाने-अनजाने में नदी की ओर से चला गया था। वहीं, एसडीओ उदय गौड़ ने कहा कि हमला करने वाले गुलदार को पकड़ने के लिए पूरी टीम वन क्षेत्र में सक्रिय है।

बच्चों पर गुलदार के झपटने की घटना के बाद कांबिंग के दौरान पिंजरा लगाते वन विभाग के कार्मिक।

सिगली से चार वर्ष के बच्चे को उठा ले गया था गुलदार
करीब तीन सप्ताह पूर्व सिगली गांव में चार वर्ष के बच्चे को गुलदार ने आंगन से उठा लिया था। गुलदार के हमले में बच्चे की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद से ही उक्त क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वन विभाग की टीम अभी तक उस गुलदार का पता नहीं लगा पाई है। जबकि, गुलदार को पकड़ने के लिए तीन पिंजरे और कैमरा ट्रैप लगाए गए थे। उधर, किमाड़ी में गुलदार की धमक से क्षेत्रवासियों में दहशत है। शाम को घर से बाहर निकलने से लोग कतरा रहे हैं। आसपास के जंगलों में अक्सर गुलदार दिखाई दे रहा है।

 

 

आइटी पार्क क्षेत्र में एक माह से घूम रहा था गुलदार

सोंधोवाली में बालक पर हमला करने वाले गुलदार के आइटी पार्क के निकट डांडा-लखौंड और आसपास के क्षेत्र में करीब एक माह से घूमने की बात कही जा रही है। जिस पर क्षेत्रवासियों ने प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी वैभव सिंह को पत्र लिखकर गुलदार को पकड़ने की मांग की थी। पूर्व में क्षेत्र के कुछ निराश्रित श्वान पर भी गुलदार ने हमला किया था। इसके बाद पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में गुलदार नहीं दिखा था। हालांकि, वन विभाग की टीम लगातार गुलदार की तलाश करने का दावा कर रही थी।

 

अस्पताल में उपचार के दौरान गुलदार के हमले में घायल बच्चा।

बाहरी क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही गुलदार की दहशत
दून के बाहरी क्षेत्रों में चारों ओर गुलदार दहशत बनकर घूम रहे हैं। जंगल से सटे क्षेत्रों में बीते कुछ समय से गुलदारों की चहलकदमी बढ़ गई है। जिससे क्षेत्रवासियों में आतंक हैं और वन विभाग के तमाम दावे हवाई साबित हो रहे हैं। शहर के चारों ओर ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन गुलदार के धमकने की सूचनाएं मिल रही हैं। अनुमान है कि दून से सटे इलाकों में चार से पांच गुलदार रिहायशी क्षेत्रों में चहलकदमी कर रहे हैं। सिगली गांव में गुलदार के बच्चे को निवाला बनाने की घटना के बाद वन विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद सिगली क्षेत्र में गुलदार पकड़ में नहीं आया। धौलास, किमाड़ी, आइटी पार्क, दूधली समेत कई क्षेत्रों में गुलदार घूम रहे हैं। वन क्षेत्राधिकारी राकेश नेगी व अन्य कार्मिकों ने अस्पताल में बच्चे का हाल जाना। उन्होंने कहा कि गुलदार की पहचान और तलाश तेज की जा रही है।

 

 

 

अस्पताल में भर्ती बच्चे निखिल का हाल जानने पहुंचे वन विभाग के अधिकारी।

बालक के सिर की काफी चमड़ी निकल गई है और खून भी काफी बहा है। डाक्टरों की टीम ने रक्तस्राव रोक दिया है और मरहम-पट्टी कर दी गई है। बालक को जरूरी दवाएं भी दी जा रही हैं। फिलहाल बालक खतरे से बाहर है। सिर की चमड़ी लगाने के लिए प्लास्टिक सर्जन को दिखाया जाएगा।

धनंजय डोभाल, उप चिकित्सा अधीक्षक

 

 

 

 

घायल बालक निखिल का हाल जानते वन क्षेत्राधिकारी राकेश नेगी।

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