Amit Bhatt, Dehradun: पुलिस को जो महिला 13 जनवरी को दून की थानो रोड पर बडासी पुल के नीचे बेहोशी की हालत में मिली थी, उसे उसके ही पति ने गोली मारी थी। गोली लगने का पता भी पुलिस को तब हुआ, जब उपचार के दौरान दून अस्पताल के चिकित्सकों ने उसके सिर का सीटी स्कैन किया था। महिला के सिर में गोली फंसी हुई थी। इसी गुत्थी को सुलझाने के लिए जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि महिला को उसके ही पति सोनीपत (हरियाणा) निवासी शुभम ने गोली मारी है। साथ ही पुलिस यह जानकर चौंक उठी कि महिला के पति की लोकेशन मसूरी में आ रही है। रायपुर थाना पुलिस की एक टीम दबिश के लिए तत्काल मसूरी रवाना हो गई।
शनिवार देर रात होटल, लॉज और होम-स्टे की पड़ताल करते हुए पुलिस उस होम-स्टे में भी पहुंच गई, जहां महिला का आरोपी पति ठहरा हुआ था। इससे पहले की पुलिस शुभम को पकड़ पाती, उसने पिस्टल से फायर झोंक दिया। गोली रायपुर पुलिस के सब इंस्पेक्टर मिथुन के पेट में जा लगी। एनकाउंटर में एक गोली बदमाश आरोपी शुभम के पैर में लगी और वह वहीं, गिर पड़ा। दूसरी तरफ पेट में गोली लगने से सब इंस्पेक्टर मिथुन गंभीर रूप से घायल हो गए। मिथुन को उपचार के लिए शीघ्र मैक्स अस्पताल पहुंचाया गया। आरोपी शुभम का उपचार भी मैक्स अस्पताल में चल रहा है। सुरक्षा के लिए मैक्स अस्पताल में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
बदमाश शुभम से 02 पिस्टल और 02 मैगजीन बरामद
पुलिस ने शुभम के होम-स्टे के कमरे और उसके बैग की तलाशी ली। जिसमें से उसके पास से दो पिस्टल और दो मैगजीन बरामद की गई है। इसमें से एक पिस्टल से शुभम ने पुलिस टीम पर फायर झोंका, जो उसके पैर में गोली लगने के बाद वहीं गिर गई थी। पुलिस के मुताबिक पत्नी तान्या को गोली मारने के बाद शुभम देहरादून से फरार हो गया था। हालांकि, जब उसे तान्या के जिंदा होने की खबर मिली तो वह दोबारा उसकी हत्या करने की नीयत से देहरादून पहुंच गया। पुलिस से छिपने के लिए उसने मसूरी में 15 जनवरी को एक होम-स्टे बुक कर लिया था। तभी से वह यहीं रह रहा था।
जिस तरह के शुभम को पकड़ते समय एनकाउंटर की नौबत आ गई, उससे यह प्रतीत होता है कि पुलिस इस कार्रवाई के लिए तैयार नहीं थी। साथ ही पुलिस को यह अंदेशा नहीं था कि शुभम सीधे पुलिस पार्टी पर फायर झोंक सकता है। क्योंकि, इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने बुलेटप्रूफ जैकेट भी नहीं पहनी थी। वह तो गनीमत रही कि गोली लगने के बाद भी सब इंस्पेक्टर की हालत खतरे से बाहर है। हालांकि, इस मुठभेड़ को पुलिस एक सबक के रूप में लेते दिख रही है। ताकि भविष्य में इस तरह की कार्रवाई से पहले पुलिस सुरक्षा के समुचित इंतजाम किए जा सकें।
सब इंस्पेक्टर के पेट से निकाली गोली, खतरे से बाहर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के मुताबिक चिकित्सकों ने सब इंस्पेक्टर के पेट से गोली निकाल ली है। उनकी हालत अभी खतरे से बाहर बताई जा रही है। हालांकि, चिकित्सक उनके स्वास्थ्य की निरंतर निगरानी कर रहे हैं।