यह वीडियो साक्षी होम स्टे के सीसीटीवी कैमरे का है। जिसमें नजर आ रहा है कि पुलिस टीम होम स्टे के रिसेप्शन से शुभम की जानकारी पता कर रही है। जिसमें उन्हें पता चलता है कि अपनी पत्नी तान्या को गोली मारने के बाद फरार चल रहा शुभम रिसेप्शन के बगल वाले रूम में ही रह रहा है। पुलिस उसके कमरे के बाहर मोर्चा जमा लेती है। इसी दौरान उसका दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया जाता है।
एक पुलिस कर्मी दरवाजे के एक किनारे पर मोर्चा जमा लेता है। उसी दौरान शुभम हल्का सा दरवाजा खोलकर सिर बाहर निकलता है और पुलिस को देखते ही झट से दरवाजा बंद कर लेता है। फिर वह कंधे पर बैग टांगे पिस्टल लहराते हुए बाहर आता है। एक पुलिस कर्मी उसे पकड़ने का प्रयास करता है, लेकिन वह फायर कर चंगुल से निकल जाता है। गोली सब इंस्पेक्टर/मालदेवता चौकी इंचार्ज मिथुन कुमार के पेट में जा लगती है। इस पूरे एनकाउंटर में बाकी पुलिस कर्मियों की भूमिका लगभग नगण्य नजर आती है।
इस अप्रत्याशित एनकाउंटर के बाद पुलिस कर्मी डरे हुए नजर आते हैं या वह सकते में दिखते हैं। शुभम के फायर में घायल हुए सब इंस्पेक्टर मिथुन दीवार के सहारे पेट पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं और एक पुलिस कर्मी उनका हाल जानते हुए भी नजर आ रहा है। कुल मिलाकर यह दिख रहा है कि बदमाश शुभम को पकड़ने में पुलिस ने वह अतिरिक्त प्रयास नहीं किए, जिसकी उन्हें ट्रेनिंग मिली है।
पुख्ता प्लान के बाद भी चूक पर सवाल उठने स्वाभाविक
पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि पत्नी तान्या को गोली मारने के बाद सोनीपत हरियाणा निवासी शुभम मसूरी में है। एसएसपी अजय सिंह ने बदमाश शुभम को पकड़ने के लिए चौकी इंचार्ज मालदेवता मिथुन कुमार, मयूर विहार चौकी इंचार्ज जयवीर सिंह और बालावाला चौकी प्रभारी सुनील नेगी को पूरा ब्रीफ करके भेजा था। उनके साथ दो कांस्टेबल भी भेजे गए थे।
तीनों चौकी इंचार्जों के पास हथियार भी थे। पूरी तैयारी के साथ गई पुलिस को वह साक्षी होम स्टे भी मिल गया था, जहां शुभम रह रहा था। हालांकि, इसके बाद जो हुआ उसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी। क्योंकि, बदमाश शुभम की फायरिंग में दरोगा मिथुन घायल हो गए और पुलिस के बाकी कार्मिक उसे पकड़ने में भी नाकाम रहे। वह तो शुक्र है कि बाद में दूसरी पुलिस टीम के एनकाउंटर में शुभम के पैर में गोली लगने के बाद उसे कुठालगेट के पास पकड़ लिया गया था। शुभम पर अपने पिता प्रभुदयाल की हत्या करने का भी आरोप है।