हल्द्वानी उपद्रव: 03 फरार उपद्रवियों समेत 14 गिरफ्तार, मुख्य साजिशकर्ता मलिक की संपत्ति कुर्क
10वें दिन कर्फ्यू में और ढील, बनभूलपुरा बवाल में अब तक 58 उपद्रवी गिरफ्तार
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Amit Bhatt, Dehradun: हल्द्वानी के बनभूलपुरा बवाल में तीन फरार आरोपियों समेत 14 और उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक के साथ ही चार और आरोपियों की संपत्ति कुर्क की गई। क्षेत्र में 10वें दिन कर्फ्यू में ढील दी गई। अब तक पुलिस कुल 58 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
बनभूलपुरा में आठ फरवरी को हुई आगजनी व पथराव के बाद लगे कर्फ्यू को 10वें दिन हटा दिया गया है। इस क्षेत्र में केवल नाइट कर्फ्यू रहेगा। डीएम वंदना ने बताया कि धीरे-धीरे माहौल को देखते हुए सभी जगह से कर्फ्यू को हटा दिया जाएगा। इधर, पुलिस के ओर से कुर्की की कार्रवाई शनिवार को भी जारी रही। मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक के घर का सामान को निकालने में दो दिन लग गए। इसके अतिरिक्त बेटा मोईद, वसीम, तसलीम और रईस की संपत्तियों की भी कुर्की कर दी गई है। एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि बवाल में शामिल और 14 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें वांछित बनभूलपुरा निवासी जियाउल रहमान, शकील अंसारी और गौजाजाली निवासी मौकिन सैफी भी शामिल है। इसके अतिरिक्त बनभूलपुरा के ही शारिक सिद्दीकी, मो. दानिश, मो. फैजान, सलीम मिकरानी, शहजाद, अब्दुल रहमान, मो. इमरान, हैदर, जावेद ऊर्फ फिसड्डू, गुड्डू वारसी और फहद शामिल है। अब तक पुलिस 58 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
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बनभूलपुरा हिंसा में पिछली कार्रवाई और प्रभाव के अपडेट
हल्द्वानी के मुस्लिम बाहुल्य बनभूलपुरा में बेकाबू भीड़ ने बीते आठ फरवरी की शाम को न सिर्फ जमकर आगजनी की थी, बल्कि पुलिस और प्रशासन की टीम पर हमला भी बोल दिया था। चौतरफा पत्थर बरसाए गए। साथ ही गोलियां चलाने के साथ ही थाने में आग लगाकर कई वाहन भी फूंक दिए गए। इस दंगे में अब तक 05 व्यक्तियों को मौत हो चुकी है, जबकि 250 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। दंगे में क्षेत्र के उपजिलाधिकारी, एसपी, निगम के कार्मिकों सहित कई पुलिस कर्मी भी चोटिल हुए हैं। पुलिस ने उपद्रव, आगजनी, तोड़फोड़, सरकारी संपत्ति को नुकसान व सरकारी कार्य में व्यवधान आदि गंभीर धाराओं में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। चार उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही 5000 अज्ञात व्यक्तियों पर केस दर्ज करते हुए 19 को नामजद भी किया गया है। सभी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जा रही है। मामले में 10-15 उपद्रवियों की सक्रिय भूमिका सामने आ रही है, जिन्होंने लोगों को भड़काने का काम किया। प्रशासन के अनुसार 30 जनवरी को जब क्षेत्र के घर व छतों में चेकिंग की गई तो पत्थर व ईंट आदि नहीं थी। इसके बाद नगर निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने के नोटिस दिए जाने के बाद उपद्रवियों ने सोची समझी साजिश के तहत छतों पर पत्थर एकत्र कर लिए।
हिंसा को देखते हुए क्षेत्र में कर्फ्यू लगाने के साथ ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल से ही हालात की समीक्षा करने के साथ ही दिशा-निर्देश जारी कर रहे हैं। शुक्रवार को मुख्य सचिव (सीएस) राधा रतूड़ी और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अभिनव कुमार ने भी हल्द्वानी पहुंचकर हालात का जायजा लिया। स्थिति को देखते हुए डीएम वंदना ने रात में ही कर्फ्यू लगाते हुए उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी जारी कर दिए थे। हालात को काबू में रखने के लिए चार कंपनी पीएसी समेत जिलेभर के थाने व चौकियों का स्टाफ बनभूलपुरा में तैनात किया गया है। शुक्रवार को बाजार एवं सभी स्कूलों को बंद रखा गया है। इसके अलावा क्षेत्र में पैरा मिलिट्री फोर्स को भी लगाया गया है। तनाव की स्थिति को देखते हुए हल्द्वानी और काठगोदाम रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन ठप कर दिया गया। सभी ट्रेनों का आवागमन लालकुआं रेलवे स्टेशन से किया गया।
नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना और एसएसपी पीएस मीणा ने शुक्रवार सुबह प्रभावित क्षेत्र बनभूलपुरा का जायजा लिया। जिलाधिकारी वंदना ने कहा कि गुरुवार शाम सुनियोजित साजिश के तहत थाने पर हमला किया गया। थाने पर पेट्रोल बम फेंककर आगजनी की गई। उपद्रवियों ने महिलाओं व बच्चों को आगे कर अराजकता की। घरों की छतों से पथराव किया गया। पूरी घटना कानून-व्यवस्था पर हमला है। उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाएगा। सुरक्षा के लिए पांच कंपनी आरएएफ व सीआरपीएफ भी बुलाई गई है। 1100 से अधिक पुलिसकर्मी मुस्तैद हैं। क्षेत्र में सुबह से फ्लैग मार्च किया।