क्या उत्तराखंड को मिल गया क्षेत्रीय दल, रीजनल पार्टी ने दिखाया दम
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के अधिवेशन में दिखा संख्या बल, पार्टी ने 150 नए सदस्य भी बनाए
Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड भले ही छोटा प्रदेश है, लेकिन यहां के सांस्कृतिक, धार्मिक, पारंपरिक और सामाजिक मूल्य इसे देश में कहीं ऊंचा स्थान दिलाते हैं। इन तमाम खूबियों के बाद भी उत्तराखंड एक अदद क्षेत्रीय दल के लिए तरसता रहा है। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) में क्षेत्रीय दल की झलक जरूर हमारे नागरिकों ने खोजी थी, लेकिन इस बात से सभी वाकिफ हो चुके हैं कि गुटबाजी ने उक्रांद को आगे नहीं बढ़ने दिया। आज यह क्षेत्रीय दल अवमूल्यन के भंवर में नजर आता है। इस बीच राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी (आरआरपी) के रूप में क्षेत्रीय मुद्दों को धार देने की नई कवायद शुरू हुई है। पार्टी अभी नई है, लेकिन यह अपनी क्षमता और प्रतिबद्धता को निरंतर जाहिर करने का प्रयास कर रही है। तो क्या उत्तराखंड को राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी (आरआरपी) के रूप में एक सशक्त क्षेत्रीय दल मिल गया है? इसका जवाब तो आने वाला समय ही देगा, लेकिन इतना जरूर आभास हो रहा है कि यह पार्टी स्थानीय मुद्दों के लिए असामान्य रूप से संघर्ष करने को तैयार दिख रही है। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी (आरआरपी) के सोमवार को आयोजित किए गए अधिवेशन और रैली में जुटी भारी संख्या इसकी क्षमता का भी एक नजारा देखने को मिला। इस दौरान पार्टी ने 150 के करीब नए सदस्य भी जोड़े। इसी के साथ पार्टी के लोकसभा चुनाव 2024 में प्रदेश की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने की घोषणा भी की।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के अधिवेशन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों से लगातार उत्तराखंड की जनता का मोह भंग होता जा रहा है। इसी का परिणाम है कि लोग राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र पंत ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। शूरवीर नेगी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता सभी क्षेत्रीय दलों का एक ज्वाइंट फ्रंट बनाकर एक बैनर के तले लाने पर है। इसी क्रम में राष्ट्रीय महासचिव मनोज डोबरियाल ने कहा कि मूल निवास भू कानून जैसे मुद्दों पर राष्ट्रीय पार्टियों कभी नहीं संजीदा हो सकती, इसलिए क्षेत्रीय दल को ही मजबूत करना बेहद जरूरी हो गया है।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के संरक्षक सुरेश चंद्र जुयाल ने पूरे प्रदेश की जनता से आह्वान किया कि राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के बैनर तले एकजुट होकर उत्तराखंड के मुद्दों पर संघर्ष को तेज किया जाए। प्रदेश संगठन सचिव सुलोचना ईष्टवाल ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी पूरे प्रदेश में मूल निवास और भू कानून के मुद्दों पर जनता को जागरुक कर रही है और जल्द ही इसका परिणाम भी देखने को मिलेगा।अधिवेशन को मुख्य रूप से बलवीर सिंह नेगी, शूरवीर सिंह नेगी, गुलाब सिंह रावत, प्रमोद डोभाल, प्रदेश पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भगवती प्रसाद नौटियाल, जगदंबा बिष्ट ने संबोधित किया। समारोह में प्रदेश उपाध्यक्ष संजय डोभाल, ऋषिकेश जिला अध्यक्ष उपेंद्र सकलानी, पौड़ी जिला अध्यक्ष दर्शन सिंह रावत, टिहरी जिला अध्यक्ष बिशन सिंह कंडारी, मनोरमा चमोली, हरिद्वार जिला संयोजक आशीष उनियाल, संजय डोभाल, मंजू रावत , शैलबाला ममंगाई, रिंकी कुकरेती , पदमा रौतेला, विनोद कोठियाल, मोहन गुसांई, इंद्रजीत असवाल, गौरव जुयाल आदि मुख्य रूप से शामिल थे।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी की रैली मे उमड़ा सैलाब सैकड़ों ने ली सदस्यता
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के अधिवेशन में सैकड़ों लोग विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और संगठनों का दामन छोड़कर पार्टी में शामिल हुए। लगभग 150 महिलाओं और पुरुषों ने राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी की सदस्यता ली। सदस्यता समारोह के बाद पार्टी का अधिवेशन प्रेस क्लब में आयोजित किया गया। इसके बाद प्रेस क्लब से घंटाघर स्थित स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी के स्मारक तक राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली। लंबे समय बाद किसी क्षेत्रीय पार्टी के बैनर तले इतना बड़ा जनसैलाब देखने को मिला। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ता मूल निवास, भूकानून, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार तथा महिलाओं से संबंधित अपराधों, पुलिस को 4600 ग्रेड पे दिए जाने और अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने के मुद्दों पर आधारित नारेबाजी कर रहे थे। घंटाघर स्थित स्मारक पर आकर रैली एक जनसभा में तब्दील हो गई और कार्यकर्ताओं ने स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया और जनसभा को वरिष्ठ पदाधिकारी ने संबोधित भी किया।
इन्होंने ली सदस्यता
किरण डोभाल, सुखवीर सिंह रावत,बेबी झा, कुंदन झा, विनोद नवानी, पवन सिह बुटोला, रचना थपलियाल नवीन जोशी, प्रदीप अधिकारी, मीना थपलियाल, अंजू रावत, रंजन नेगी, रजनी, निखिल भट्ट, कमल ममगाई, सुरेश पाल, लियाकत अली, धीरज भारद्वाज, गौरव जुयाल, खेम सिंह नेगी ,जितेंद्र थपलियाल, विनोद नवानी, भरत सिंह राणा, गुलाब सिंह बेदवाल, खुशहाल सिंह, अनिल बडोनी, निखिल भट्ट रमेश सिंह सुरेश पाल कीर्ति सिंह विश्व प्रवीण कुमार, आरएस बिष्ट, रमेश ईष्टवाल, सुरेंद्र यादव,अनामिका, नीलम खंडूरी, हरदीप सिंह, उषा नेगी ,किशोर जुयाल, अनिल जुयाल जीतार सिंह बिष्ट, योगेश, अशोक कुमार, धर्मवीर सिंह, गौतम राणा विपुल पुंडीर सुरेंद्र नौटियाल, अभिषेक सिंह आदि के नेतृत्व मे लगभग 150 व्यक्तियों ने पार्टी की सदस्यता ली।