आईएफएस अधिकारी पटनायक ईडी कार्यालय तलब, घंटों हुई पूछताछ
पखरो टाइगर सफारी प्रकरण में हरक सिंह और उनके परिवार को भी किया गया है तलब
Amit Bhatt Dehradun: ईडी कार्यालय ने पाखरो टाइगर सफारी प्रकरण में आइएफएस अफसर को जारी किया था समन। पटनायक के घर से मिली नकदी और दस्तावेजों को लेकर ईडी की जांच जारी। कार्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो सफारी प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई जारी है। इस प्रकरण पर ईडी ने वरिष्ठ आइएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक को कार्यालय में तलब कर घंटों पूछताछ की। पटनायक के घर के मिली नकदी व दस्तावेजों को लेकर ईडी ने कई सवाल पूछे। इसी क्रम में आज ईडी ने पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत को परिवार के अन्य सदस्यों के साथ कार्यालय में तलब किया है।
बुधवार को ईडी के समन के चलते आइएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक ईडी के कार्यालय में पेश हुए। यहां चार घंटे से अधिक समय तक उनसे पूछताछ की गई। बीते सात फरवरी को ईडी ने उत्तराखंड समेत तीन राज्यों में छापेमारी की थी। जिसमें 1.10 करोड़ रुपये नकदी, 80 लाख रुपये के गहने, जमीनों की रजिस्ट्रियां व अन्य दस्तावेज बरामद किए थे। इसके अलावा छह बैंक लाकर भी फ्रीज कराए थे। उत्तराखंड में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की करीबी लक्ष्मी राणा के बैंक लाकर में 45 लाख रुपये के गहने ईडी को मिले। इसके बाद दस्तावेजों समेत नकदी को लेकर ईडी की जांच जारी है। संबंधित आरोपितों को समन जारी कर पूछताछ भी की जा रही है। बुधवार को इसी क्रम में सुशांत पटनायक ईडी कार्यालय में पेश हुए। उनके घर से मिले 94 लाख रुपये नगदी, दस लाख रुपये कीमत के विदेशी डालर व अन्य दस्तावेजों को लेकर घंटों पूछताछ हुई। अब ईडी की ओर से गुरुवार को हरक सिंह रावत को कार्यालय तलब किया गया है।
वहीं, अगले दिन सुबह बरामद राशि का आंकड़ा साढ़े चार करोड़ रुपये होने की सूचना मिली। साथ ही इस तरह की जानकारी भी बाहर आई कि 34 करोड़ रुपये की संपत्ति के दस्तावेज समेत विभिन्न आइएफएस अधिकारियों व रेंजर्स के नाम वाले लिफाफे मिले हैं। हालांकि, जब ईडी ने गुरुवार शाम को आधिकारिक प्रेस रिलीज जारी की तो उसमें आइएफएस सुशांत पटनायक के नाम तक का जिक्र नहीं मिला। ऐसे में नकदी की बरामदगी को लेकर स्थिति कहां से स्पष्ट हो पाती। इस बारे में ईडी अधिकारी भी कुछ साफ-साफ कहने से बच रहे हैं। एक अधिकारी ने सिर्फ यह कहा कि प्रेस रिलीज से पटनायक का नाम हटना संभव नहीं है।