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उत्तराखंड में बिजली महंगी, 7.35 रुपये प्रति यूनिट तक बढे दाम, समझें पूरा गणित

प्रदेश में 6.92 प्रतिशत औसतन बढ़े बिजली के दाम, ऊर्जा निगम ने 27.06 प्रतिशत बढ़ोत्तरी का भेजा था प्रस्ताव, नियामक आयोग ने की सीमित वृद्धि

Amit Bhatt, Dehradun: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने के चंद रोज बाद ही बिजली की दरों में वृद्धि कर दी गई है। प्रदेश में बिजली की दरों में औसतन 6.92 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। इसमें बिजली कनेक्शन के फिक्स्ड चार्ज से लेकर प्रति यूनिट तक में इजाफा किया गया है। घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं की बात की जाए तो प्रति यूनिट 25 पैसे से लेकर 40 पैसे बढ़ाए गए हैं। इस तरह बिजली की घरेलू दर अब प्रति यूनिट न्यूनतम 3.40 रुपये से लेकर 7.35 रुपये तक हो गई है।

घरेलू उपभोक्ताओं के लिए यह है प्रति यूनिट बिजली की नई दर और फिक्स्ड चार्ज।

शुक्रवार को उत्तराखंड इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (यूईआरसी) के अध्यक्ष एमएल प्रसाद ने प्रदेश में बिजली दरों में की गई वृद्धि की जानकारी दी। पत्रकारों से रूबरू अध्यक्ष एमएल प्रसाद ने कहा कि ऊर्जा निगम ने बिजली की दरों में 27.06 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव दिया था। निगम ने वर्तमान टैरिफ के अनुरूप 9897.17 करोड़ रुपये के राजस्व का आकलन किया। इसमें 13 प्रतिशत की हानि को जोड़ते हुए इसे 12 हजार 562 करोड़ रुपये बताया गया। इस तरह राजस्व में 2675.10 करोड़ रुपये का अंतर बताते हुए 27.06 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी जरूरी बताई गई।

यूईआरसी ने ऊर्जा निगम के आंकड़ों का परीक्षण करते हुए पाया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 10 हजार 167 करोड़ रुपये के राजस्व की जरूरत होगी। वर्तमान परिस्थिति के हिसाब से राजस्व 9997.69 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया। इस तरह राजस्व में पाई गई 692.34 करोड़ रुपये की कमी को पूरा करने के लिए वार्षिक टैरिफ में 6.92 प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दी गई। हालांकि, इस वृद्धि से 4.5 लाख बीपीएल (17 प्रतिशत) एवं स्नो बाउंड उपभोक्ताओं को बाहर रखा गया।

बिजली की दरों में इस तरह हुई औसत वृद्धि (प्रति यूनिट)।

फिक्स्ड चार्ज से लेकर प्रति यूनिट में इजाफा
यूईआरसी के अध्य्क्ष के मुताबिक घरेलू श्रेणी के 04 किलो वाट तक के लोड वाले उपभोक्ताओं के लिए फिक्स्ड चार्ज (स्थिर प्रभार) में 15 रुपये/किलो वाट/माह की वृद्धि की गई है। इसी तरह 04 किलो वाट से अधिक लोड वाले उपभोक्ताओं के फिक्स्ड चार्ज में 20 रुपये/किलो वाट/माह का इजाफा किया गया है। सिंगल प्वाइंट बल्क सप्लाई वाले उपभोक्ताओं के फिक्स्ड चार्ज में 20 रुपये/kva की वृद्धि की गई है। इस दायरे में करीब 22 लाख (82 प्रतिशत) उपभोक्ता आएंगे।

प्रति यूनिट वृद्धि की बात की जाए तो घरेलू श्रेणी में प्रति माह 100 यूनिट तक प्रति यूनिट 25 पैसे बढ़ाए गए हैं। 101 से 200 यूनिट प्रति माह खर्च करने पर प्रति यूनिट में 30 पैसे, जबकि एक माह में 201 से 400 यूनिट तक बिजली खर्च करने में 40 पैसे यूनिट अतिरिक्त पड़ेंगे और 400 यूनिट से अधिक बिजली फूंकने पर आपको प्रति यूनिट 75 पैसे अधिक देने पड़ेंगे। इस तरह घरेलू श्रेणी में एक यूनिट बिजली के दाम में औसतन 49 पैसे का इजाफा किया गया है। अब बिजली की औसत दर 5.82 रुपये हो गई है। प्रति यूनिट नई दर 3.40 रुपये से 7.35 रुपये के बीच हो गई है।

अघरेलू उपभोक्ताओं के लिए यह है प्रति यूनिट बिजली की नई दर और फिक्स्ड चार्ज।

सोलर वाटर हीटर पर 75 रुपये प्रति 50 लीटर छूट
नियामक आयोग ने सोलर वाटर हीटर के प्रयोग में बिजली में छूट को 75 रुपये प्रति 50 लीटर निर्धारित किया है। साथ ही डिजिटल मोड से बिल के तुरंत भुगतान पर 1.5 प्रतिशत और अन्य माध्यम से ऑनलाइन भुगतान पर 01 प्रतिशत की छूट तय की है। आयोग ने यह भी तय किया है कि आपातकालीन ब्रेकडाउन/शटडाउन को छोड़कर निरंतर बिजली आपूर्ति का विकल्प चुनने वालों को निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित कराने को कहा है। अन्यथा ऊर्जा निगम पर कार्रवाई की जाएगी। इसका लाभ सिर्फ चौबीस घंटे संचालित किए जाने वाले उद्योगों को मिलेगा।

ईवी चार्जिंग स्टेशन की औसत दर सर्वाधिक 75 पैसे बढ़ी
बिजली की नई दरों के मुताबिक सर्वाधिक औसत वृद्धि ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) चार्जिंग स्टेशन के लिए की गई हैं। पूर्व में ईवी चार्जिंग स्टेशन का औसत टैरिफ प्रति यूनिट 6.25 पैसे था, इसे 75 पैसे बढ़ाकर 07 रुपये किया गया है। इसके अलावा भी आयोग ने गैर घरेलू से लेकर औद्योगिक श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए विभिन्न प्राविधान किए हैं। आयोग की हरी झंडी मिलते ही बिजली की नई दरें लागू कर दी गई हैं।

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