दून के नामी बिल्डर ने कूदकर दी जान, सुसाइड नोट में गुप्ता बंधु और बड़े नेता का नाम
बिल्डर सतेंद्र साहनी ने राजपुर रोड स्थित निर्माणाधीन इमारत के 7वें माले से कूदकर दी जान, हिरासत में लिए गए अजय और अनिल गुप्ता
Amit Bhatt, Dehradun: हैरत की बात है कि जिस बिल्डर के दून में दो बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं, हरिद्वार रोड पर मॉल ऑफ देहरादून जैसे प्रोजेक्ट को अंजाम तक पहुंचाया हो, एयरपोर्ट रोड पर बड़े होटल ग्रुप की जमीन खरीदी हो, वह आत्महत्या कैसे कर सकता है। जानकर यकीन नहीं होता, लेकिन शुक्रवार दोपहर को खबर आई कि जाने-माने बिल्डर सतेंद्र साहनी उर्फ बाबा साहनी ने सातवें माले से कूदकर जान दे दी है। उन्होंने राजपुर रोड स्थित निर्माणाधीन इमारत के 7वें माले से कूदकर जान दी। उन्हें उपचार के लिए मैक्स ले जाया गया था, लेकिन चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
प्रकरण की जांच कर रही राजपुर थाना पुलिस को सतेंद्र साहनी के पास से पीएम और सीएम को संबोधित एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें दक्षिण अफ्रीका की राजनीति में भूचाल लाने वाले सहारनपुर के गुप्ता बंधु के नाम हैं। साथ ही किसी बड़े नेता का नाम भी सुसाइड नोट में दर्ज बताया जा रहा है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने गुप्ता बंधु अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता को हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि दोनों को शीघ्र गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश किया जा सकता है।
…तो क्या गुप्ता बंधु की थी हिस्सेदारी, फिर क्यों बिगड़ी बात?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सतेंद्र साहनी एक पेशेवर बिल्डर थे। उनके काम और हुनर की तूती बोलती थी। शहर में उनके कई प्रोजेक्ट गतिमान हैं। वहीं, बाहरी इलाकों में बिहारीगढ़ जैसी जगह भी उन्होंने निवेश किया है। सहस्रधारा रोड पर पैसफिक गोल्फ के पास ईश्वरा नाम के बेहद बड़े प्रोजेक्ट में उन्होंने संयुक्त रूप से निवेश करवाया था। बताया जा रहा है कि सतेंद्र साहनी के साथ गुप्ता बंधु व कुछ अन्य बिल्डर का पैसा भी लगा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सर्वाधिक रकम (करीब 75 प्रतिशत बताई जा रही) गुप्ता बंधु की लगी थी। जिसके चलते गुप्ता बंधु की निर्माण साइटों पर धमक बढ़ी तो अन्य बिल्डर ने हाथ पीछे खींच लिए। प्रोजेक्ट पर तलवार लटकी तो गुप्ता बंधु ने अपनी रकम वापस मांगनी शुरू कर दी। इन तमाम कारणों से बिल्डर साहनी तनाव में थे और उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। हालांकि, जिस तरह उन्होंने सुसाइड नोट लिखा है, उससे लगता है कि प्रभावशाली लोग उन्हें प्रताड़ित कर रहे थे।
लिहाजा, सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस जांच में आगे बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि कुछ स्थानीय बिल्डर/प्रॉपर्टी डीलर के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस कड़ी दर कड़ी जोड़कर घटना के कारणों की तलाश कर रही है। इसके साथ ही बाबा साहनी के परिजनों से भी कुछ जानकारी एकत्रित की जा सकती है। इस घटना के बाद से दून और उत्तराखंड के रियल एस्टेट सेक्टर में हड़कंप की स्थिति है। कहा जा रहा है कि साहनी जैसे महारती व्यक्ति के साथ यह सब हो सकता है तो इस सेक्टर में बहुत कुछ असामान्य चल रहा है।